दरअसल, जिला पंचायत अध्यक्ष पद के साथ जिले में ब्लॉक प्रमुख के भी पांच पद हैं। इन पदों पर कब्जा करने के लिए जिले के कई नामचीन सियासी हस्तियां अभी से जुट गई हैं। कुछ नेताओं ने अपने परिजनों को बीडीसी सदस्य का चुनाव अपने परिजनों को केवल इसलिए लड़ाया था, ताकि वह ब्लॉक प्रमुख बन सकें। ऐसे में अब इनका अगला मकसद ब्लॉक प्रमुख पद हासिल करना है। इसके लिए अन्य बीडीसी सदस्यों से संपर्क साधा जा रहा है। उनकी इच्छाएं पूछी जा रही हैं और मोलभाव भी किया जा रहा है। कुछ बिचौलिये भी इसमें सक्रिय हो गए हैं।
अध्यक्ष पद और ब्लॉक प्रमुख के चुनाव तक इन्हें अन्य जगह ठहराने व पिकनिक पाइंट पर ले जाने की योजना अभी से बननी शुरू हो गई है। इनकी घेराबंदी शुरू कर दी गई है। हालांकि जिला पंचायत अध्यक्ष में अभी ज्यादा स्थिति स्पष्ट नहीं है, लेकिन ब्लॉक प्रमुख पद के लिए यह काम अब तेजी से हो रहा है। इसके लिए साम, दाम, दंड, भेद का इस्तेमाल किया जा रहा है।