काफी समय से खराब है हालत थानाभवन कस्बे के सामुदायिक चिकित्सालय की यह हालत काफी समय से चली आ रही है। अस्पताल के लेबर रूम में ही शौचालय नहीं है। डिलीवरी के बाद महिलाओं को काफी परेशानियों को सामना करना पड़ता है। डिलीवरी के बाद महिला को 48 से 72 घंटे तक अस्पताल में ही खाना दिया जाता है। आरोप है कि खाना भी मानकों के अनुकूल नहीं दिया जा रहा है। वैसे तो अस्पताल में ओपीडी का समय सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक का है, लेकिन यहां डॉक्टर नौ या साढ़े नौ बजे से पहले पहुंचते ही नहीं है।
बाहर से इंजेक्शन मंगवाने का आरोप अस्पताल में गर्मी के दिनों में मरीजों के पीने के पानी तक की व्यवस्था नहीं है। चिकित्सालय में आरओ लगा जरूर है, लेकिन कुछ समय से खराब पड़ा है। इस वजह से मरीजों और उनके परिजनों को पानी के लिए भी भटकना पड़ता है। हरड़ निवासी मीना ने चिकित्सा अधीक्षक को शिकायत करते हुए बताया कि वह रैबीज का इंजेक्शन लगवाने के लिए अस्पताल आई थी। यहां डॉक्टर ने 5 रुपये की सीरींज बाहर से मंगवाई, जबकि यह सुविधा चिकित्सालय में ही दी जानी चाहिए थी। इस पूरे मामले में जब चिकित्सा अधीक्षक कांति प्रसाद से बात करने की कोशिश की गई तो वह मीडिया के सवालों से बचते रहे। बाद में वह कमरे से बाहर चले गए।
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