बता दें कि कैराना सीट से वर्तमान सांसद और गठबंधन से सपा उम्मीदवार तबस्सुम हसन ने शामली कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में गन्ना किसानों के हालात बहुत खराब हैं और भुगतान को लेकर किसान लगातार आंदोलन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उनका चुनाव में मुद्दा किसान युवा और देश की सुरक्षा का है और उसी मुद्दे को लेकर चुनाव लड़ेंगी। अब तक कैराना में भाजपा के द्वारा प्रत्याशी तय न किए जाने पर तंज कसते हुए तबस्सुम हसन ने कहा कि महागठबंधन के डर के कारण भाजपा अपना प्रत्याशी भी तय नहीं कर पाई है।
गौरतलब है कि तबस्सुम हसन वर्ष 2009 में बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ी थीं और सांसद बनी थीं। उसके बाद 2014 के चुनाव में तबस्सुम हसन का बेटा नाहिद हसन 2014 में समाजवादी पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ा और हार गया। लेकिन 2018 में सांसद हुकुम सिंह के निधन के बाद हुए उपचुनाव में तबस्सुम हसन ने आरएलडी के सिंबल पर चुनाव लड़ा और विजय हासिल की। तबस्सुम हसन अब तीसरी बार कैराना से सांसद का चुनाव लड़ रही हैं।