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12.25 फीसदी स्कूल ही ला पाए ए ग्रेड

locationश्योपुरPublished: Feb 25, 2019 02:02:29 pm

Submitted by:

Laxmi Narayan

-प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल के मूल्यांकन आंकडों ने खोली गुणवत्ता की पोल -प्रतिभा पर्व परीक्षा

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श्योपुर
भलेही शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए शासन की ओर से कई तरह के प्रयास किए जा रहे हो और पैसे भी खूब खर्च किए जा रहे हो,लेकिन इसके बाद भी सरकारी स्कूलों में शिक्षा गुणवत्ता सुधर नहीं पा रही है।यह हम नहीं कह रहे,बल्कि इस कड़वी सच्चाई को जिले के सरकारी प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में आयोजित हुई प्रतिभा पर्व परीक्षा के मूल्यांकन के आंकड़े उजागर कर रहे है। क्योंकि जिले में प्रतिभा पर्व परीक्षा के मूल्यांकन के दौरान जिले में महज 12.25 फीसदी प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल ही ए ग्रेड में आ पाए है।
दरअसल जिले के प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए शिक्षकों की पर्याप्त पदस्थी सहित अन्य कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते है। इसके बाद गुणवत्ता परखने के लिए प्रतिभा पर्वपरीक्षा आयोजित की जाती है। वावजूद इसके सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में कोई खास सुधार नहीं हो पाया है।इस साल आयोजित की गई प्रतिभा पर्व परीक्षा के मूल्यांकन के आंकडो के मुताबिक ११५९ प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में से १४२ प्राथमिक व माध्यमिक स्कूल ए ग्रेड में आ गए। जबकि बी ग्रेड में ५७३ स्कूल आए है। इसी प्रकार ३६४ स्कूल सी ग्रेड,५५ स्कूल डी ग्रेड और २५ प्राथमिक व माध्यमिक स्कूलों को ई ग्रेड मिला है। जिले में स्कूलों की ग्रेडिंग की यह स्थिति अच्छी नहीं है। क्योंकि इस स्थिति से यह साफ हो रहा है कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए शासन की ओर से जो प्रयास किए जा रहे है,वे प्रयास यहां कागजों तक की सीमित बने हुए है।
ऐसे किया प्रतिभा का मूल्यांकन
प्राथमिक व माध्यमिक स्कूलों में प्रतिभा पर्वका आयोजन दिसंबर माह में आयोजित किया गया।जिसमें स्कूली बच्चों का परीक्षा के माध्यम से मूल्यांकन किया गया। इसके लिए राज्य स्तर से पेपर आए थे। शिक्षा विभाग ने दो दिन बच्चों की परीक्षा आयोजित कराई। इसके बाद तीसरे दिन बालसभा सहित अन्य गतिविधियां आयोजित कराई। ३ दिन चली संपूर्ण गतिविधियों के आधार पर स्कूली बच्चों के बौद्धिक स्तर का आंकलन किया गया।
ऐसे होता है स्कूलों का ग्रेडका निर्धारण
सरकारी स्कूलों के ग्रेड मापदंडों के अनुसार ए ग्रेड के लिए ८० फीसदी से अधिक अंक,बी ग्रेड के लिए ६० से ७९ फीसदी अंक,सी ग्रेड के लिए ४५ से ५९ फीसदी अंक,डी ग्रेड के लिए ३३ से ४४ फीसदी अंक और ई ग्रेड ३३ फीसदी से कम अंक वाले स्कूलों को दिया जाता है। शिक्षा विभाग के सूत्रों के मुताबिक जिले के ११५ प्राथमिक स्कूलों को ए ग्रेड मिला है। ४३२ प्राथमिक स्कूलों को बी ग्रेड, २७७ प्राथमिक स्कूलों को सी ग्रेड,३७ प्राथमिक स्कूलों को डी ग्रेड और १५ स्कूलों को ई ग्रेड मिला है। जबकि २७ माध्यमिक स्कूलों को ए ग्रेड, १४१ स्कूलों को बी ग्रेड,८७ स्कूलों को सी ग्रेड,१८ स्कूलों को डी ग्रेड और १० माध्यमिक स्कूलों को ई ग्रेड मिला है।
वर्जन
जिन स्कूलोंको ग्रेड कम मिली है,उन स्कूलों में बच्चों की पढ़ाईके स्तर को सुधारने के लिए प्रयास किए जा रहे है।
आनंद दीक्षित
एपीसी,जिला शिक्षा केन्द्र,श्योपुर
जिले के प्राथमिक व माध्यमिक स्कूलों की ग्रेडिंग
ग्रेड प्राथमिक स्कूल माध्यमिक स्कूल
ए ११५ २७
बी ४३२ १४१
सी २७७ ८७
डी ३७ १८
ई १५ १०

फैक्ट फाइल
११५९-प्राथमिक व माध्यमिक स्कूल है जिले में
८७६-प्राथमिक स्कूल है जिले में
२८३-माध्यमिक स्कूल है जिले में
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