जिले में 15 अप्रैल से गेहूं खरीदी चल रही है और अंतिम तिथि 26 मई निर्धारित की गई थी। इसके लिए जिले में 38 सहकारी संस्थाओं के 79 खरीद केंद्र बनाए गए थे, जिनमें से 25 केंद्र तो दोनों सायलो पर हैं, लेकिन 54 केंद्र संस्था मुख्यालय और पंचायत मुख्यालय पर चल रहे थे। विशेष बात यह है कि इन 54 केंद्रों में तो 20 केंद्र अंतिम तारीख आने से पहले ही पिछले सप्ताह के दिनों में ही बंद कर दिए गए। जिसके कारण इन केंद्रों से जुड़े कई किसान गेहूं बेचने के लिए कभी नेताओं तो कभी विभागीय अफसरों के चक्कर काट रहे हैं। बावजूद इसके न तो संस्था को जिम्मेदार संतुष्ट जवाब दे रहे हैं और न ही संबंधित विभागों के मुखिया। यही वजह है कि किसान परेशान बने हुए हैं।
आठ दिन में नंबर आया तो रिजेक्ट कर दिया गेहूं जहां एक ओर ओपन खरीद केंद्र बंद किए जा रहे हैं, वहीं सायलो केंद्रों पर अभी भी कतारें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। जिले के सायलो केंद्र नागदा और सलमान्या पर एक-एक हजार ट्रैक्टर-ट्रॉलियां अभी कतार में हैं। नागदा के केंद्र पर ही एक हजार ट्रॉलियों के टोकन जारी किए जा चुके हैं। सोमवार को सायलो केंद्र नागदा पर कई किसान तो ऐसे भी मिले जो आठ-आठ दिन से कतार में लगे हैं और जैसे ही नंबर आया उनका गेहूं रिजेक्ट कर दिया। जिसके चलते वे किसान ट्रॉली खाली कर गेहूं साफ करते नजर आए। किसानों का कहना है कि 2 हजार रुपए प्रतिदिन किराए में ट्रॉली लाए हैं, फिर भी नंबर आता है तो गेहूं रिजेक्ट कर दिया जाता है।
22 लाख क्ंिवटल से ज्यादा की हुई खरीदी जिले में सोमवार की सुबह तक की स्थिति में जिले में 21 हजार 316 किसानों से 22 लाख 19 हजार 260 क्ंिवटल गेहूं की खरीदी हो चुकी है, जो गत वर्ष की खरीदी के बराबर है। विशेष बात यह है कि अभी लगभग 4 हजार किसान गेहूं बेचने के इंतजार में है। वहीं दूसरी ओर गेहूं खरीदी की अंतिम तिथि यूं तो 26 मई है, लेकिन बताया जा रहा है कि अब इसे 31 मई तक किया जा रहा है।
ये बात सही है कि 20 केंद्र बंद हो गए हैं, क्योंकि इन केंद्रों से जुड़े मैसेज पूरे हो गए हैं। यदि कोई किसान रह गया है तो हमने अभी संस्था मुख्यालय के केंद्र बंद नहीं किए हैं, उनका गेहूं वहां तुलेगा।
आरके शर्मा, सहायक आयुक्त, सहकारिता विभाग श्योपुर
यूं तो गेहूं खरीदी की अंतिम तारीख 26 मई है, लेकिन हमने पत्र लिखा है, लिहाजा 31 मई तक खरीदी की तारीख हो जाएगी। हमारी भोपाल भी बात हो गई है, तारीख बढ़ जाएगी।
डीएस चौहान, प्रभारी, जिला आपूर्ति अधिकारी श्योपुर