scriptकोरोना काल में एनआरसी में नहीं पहुंचे 21 फीसदी कुपोषित | 21 malnourished did not reach NRC during Corona period | Patrika News

कोरोना काल में एनआरसी में नहीं पहुंचे 21 फीसदी कुपोषित

locationश्योपुरPublished: Aug 12, 2020 10:30:29 am

Submitted by:

Anoop Bhargava

– आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र कराहल में कमजोर हुई कुपोषण से जंग- वर्ष 2019 में जून और जुलाई माह में एनआरसी में भर्ती हुए थे 126 कुपोषित, इस बार महज 27 बच्चे हुए भर्ती

कोरोना काल में एनआरसी में नहीं पहुंचे 21 फीसदी कुपोषित

कोरोना काल में एनआरसी में नहीं पहुंचे 21 फीसदी कुपोषित

श्योपुर/कराहल
आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र कराहल में कोरोना काल में कुपोषण की जंग कमजोर हुई है। एनआरसी में 21 फीसदी बच्चे कम पहुंचे। पिछले साल जून और जुलाई माह में 126 कुपोषित बच्चे एनआरएसी में भर्ती हुए थे। इस बार जून और जुलाई माह में महज 27 बच्चे ही एनआरसी तक पहुंचे। एनआरसी में बच्चों के न पहुंचने के पीछे महिला एवं बाल विकास विभाग के अफसरों का दावा है कि लॉकडाउन के चलते जहां आदिवासी क्षेत्र से पलायन नहीं हुआ साथ ही लोग एक ही जगह रूके इस कारण बच्चों की देखरेख होती रही और विभाग मल्टी विटामिन व आयरन की दवा भी समय-समय पर उपलब्ध कराता रहा। लेकिन गांव में स्थिति इसके विपरीत हैं। कोरोना संक्रमण के डर से लोग बच्चों को लेकर इलाज के लिए नहीं पहुंच रहे हैं।
लॉकडाउन के दौरान जो बच्चे पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती थे। उनकी छुट्टी कर दी गई थी। उसके बाद में उनको ला पाना संभव नहीं हुआ। अब जबकि वापस से व्यवस्थाएं बनाई जा रही हैं तो सबसे बड़ी चुनौती है कि किसी तरह से उनके माता-पिता को तैयार करना होगा। नई परिस्थितियों में यदि कोई संक्रमण फैलता है तो वह अपने आप में चिंता का विषय होगा। इसलिए इन केंद्रों पर बच्चों की संख्या फिलहाल कम ही रह रही है। जिले में कुपोषित बच्चों की संख्या अधिक है। बावजूद इसके विभागीय अफसर कुपोषण की स्थिति में सुधार होने का दावा कर रहे हैं।
आंगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन बंद
कोविड-19 की परिस्थितियों में 25 जून से पुन: पोषण पुनर्वास केंद्र में प्रवेश देना शुरू कर दिया गया है। वर्तमान में आंगनबाड़ी केंद्र बंद हैं। ऐसे में बच्चों को वहां से रेफर करने की स्थिति ठीक नहीं है। शासन द्वारा 108 एंबुलेंस के साथ-साथ जननी वाहन भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। वर्तमान में आंगनबाड़ी से जो मदद मिलना चाहिए, वह नहीं मिल पा रही है। आंगनबाड़ी केंद्रों का अभी संचालन नहीं हो रहा है, उन्हें सुरक्षा की दृष्टि से बंद कर रखा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका मैदानी स्तर पर अन्य काम कर रही हैं।
20 बिस्तर के एनआरसी एक बच्चा हुआ भर्ती
कराहल के पोषण पुनर्वास केन्द्र में 20 बच्चों को भर्ती करने की सुविधा है। लेकिन इस केन्द्र में अगस्त में अब तक एक बच्चा भर्ती हुआ। इसके साथ ही जून में 14 व जुलाई में 13 बच्चे भर्ती हुए। जबकि बीते वर्ष जून में 66, जुलाई में 60 और अगस्त माह में इस केन्द्र में 57 बच्चे भर्ती हुए थे। कोरोना काल में एकाएक कुपोषित बच्चों की संख्या में कमी आ गई। इसको लेकर सवाल उठ रहे हैं।
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