उपार्जन केंद्र पर तीन तौल कांटे से आधा सैंकड़ा मजदूर गेहूं को कट्टो में भरने का काम नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में बरसात से गेहूं भींगकर खराब होने की स्थिति में पहुंच रहे हैं। कराहल मण्डी के उपार्जन केंद्र पर 19 हजार क्विंटल गेहंू कट्टों में भरा हुआ रखा है। जबकि लहरौनी में 7 हजार क्विंटल गेंहू कट्टों में भरा पड़ा है। पनबाड़ा धर्मकांटे पर खुले में पड़ा गेहंू आधे से अधिक खराब होने लगा है। कराहल पनबाडा लहरौनी में 31 हजार क्विंटल गेहंू खराब होने की कगार पर है।
वर्जन
कराहल लहरौनी पनबाडा सहित 31 हजार क्विंटल गेहंू खुले में रखा है। उठाव नहीं होने यह स्थिति बनी है। अगर हर केंद्र पर 12 से 15 ट्रक भेज दिए जाएं तो चार दिन में गेहूं उठ जाएगा।
गोपाल सिकरवार
प्रबंधक, विपरण मार्केटिंग संस्था, कराहल
वर्जन
कराहल लहरौनी पनबाडा सहित 31 हजार क्विंटल गेहंू खुले में रखा है। उठाव नहीं होने यह स्थिति बनी है। अगर हर केंद्र पर 12 से 15 ट्रक भेज दिए जाएं तो चार दिन में गेहूं उठ जाएगा।
गोपाल सिकरवार
प्रबंधक, विपरण मार्केटिंग संस्था, कराहल