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46 किसानों ने खरीद केन्द्र पर गेहूं बेचा,अब भुगतान के लिए लगा रहे चक्कर

locationश्योपुरPublished: Jun 14, 2019 08:21:02 pm

Submitted by:

Laxmi Narayan

-गेंहू की तुलाई ऑनलाइन दर्ज नहीं से परेशानी में फंसे किसान-किसानों ने अफसरों को भी बताई परेशानी,फिर भी नहीं हो रहा समाधान

sheopur

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श्योपुर
समर्थन मूल्य पर गेंहू खरीदी के लिए जिले में स्थापित हुए खरीद केन्द्रों पर गेंहू विक्रय कर चुके 46 किसान अब भुगतान के लिए परेशान बने हुए है। किसानों की परेशानी यह है कि खरीद केन्द्र पर उनके गेहूं तुलने के बाद उनको खरीद की कच्ची पर्ची तो थमा दी गई, लेकिन उसे ऑन लाइन दर्ज नहीं किया गया। जबकि अब गेंहू खरीद केन्द्र बंद हो चुके हैं। ऐसे में ऑन लाइन दर्ज करने की संभावनाएं भी इसी के साथ समाप्त हो चुकी है।
अब किसान इसलिए परेशान हैं कि उन्हें भुगतान कैसे मिले। भुगतान को लेकर परेशान बने किसानों ने जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक सहित प्रशासन के अधिकारियों को यह परेशानी बता दी। लेकिन इसके बाद भी किसानों की यह परेशानी समाप्त नहीं हो रही है। यहां बता दें कि समर्थन मूल्य पर गेंहू खरीदी के लिए जिले में 59 खरीद केन्द्र बनाए गए। जहां २२ हजार के आसपास किसानों के द्वारा गेंहू विक्रय किया गया है। इन २२ हजार किसानों में ४६ किसान ऐसे भी है,जिनके द्वारा अपने नजदीकी गेंहू खरीद केन्द्र पर गेंहू विक्रय किया। ४६ किसानों का 3226.30 क्विंटल गेंहू है। जिसका लगभग 60 लाख रुपए होता है। केन्द्र प्रभारी व गेहूं की तौल करने वाले मजदूर ने अपने हस्ताक्षरों से किसानों को गेहूं तुल जाने की कच्ची रसीद भी दे दी। लेकिन इनकी तुलाई को ऑन लाइन दर्ज नहीं किया। जिससे किसानों का भुगतान नहीं आया। इसके पीछे कारण गेंहू खरीद केन्द्र बंद हो जाने से पोर्टल का बंद हो जाना बताया गया। बताया गया है कि पोर्टल बंद हो जाने से किसानों का गेहूं ऑन लाइन दर्ज नहीं हो सका। ऑनलाइन दर्ज न होने पर किसानों को शासन स्तर से भुगतान भी नहीं मिलेगा। किसान अब भुगतान के लिए प्रशासनिक अधिकारियों सहित विधायक सहित कांग्रेस नेताओं के चक्कर लगा रहे हैं।
टोकन नहीं मिला तो 52 किसानों का नहीं तुल पाया गेंहू
जहां एक तरफ 46 किसान गेंहू बेचने के बाद भुगतान को लेकर परेशान बने है। वहीं दूसरी तरफ जिले के 52 किसानों के गेंहू की तुलाई खरीद केन्द्र पर गेंहू ले जाने के बाद भी नहीं हो सकी। बताया गया है कि 52 किसान गेंहू खरीद केन्द्र पर ले गए। मगर उनको तुलाई के लिए टोकन नहीं मिला। इसी बीच खरीद केन्द्र बंद हो गए। जिसकारण 52 किसानों को गेंहू खरीद केन्द्रों पर ही पड़ा है। मानपुर खरीद केन्द्र पर पड़े गेंहू को किसान काफी इंतजार के बाद उठाकर वापस घर ले गए। अब इन किसानो को अपना गेंहू मंडी में बेचने को विवश होना पडेगा। जहां उनको गेहू का समर्थन मूल्य मिलने की उम्मीद कम है।
ये बोले किसान
नागदा सायलों केन्द्र पर सोंईकला सेवा सहकारी संस्था के माध्यम से 90.40 क्विंटल गेंहू बेचा गया। जिसकी तुलाई की पर्ची भी दी गई। अब भुगतान के लिए अधिकरियों के चक्कर लगा रहे है। अधिकारी बता रहे है कि तुम्हारी गेंहू की तुलाई ऑन लाइन दर्ज नहीं हुई।इसलिए भुगतान नहीं मिलेगा।
राधेश्याम मीणा,किसान
मेरा भी 122.35 क्विंटल गेंहू खरीद केन्द्र पर तुल गया। जिसकी तोल पर्ची मिल गई। मगर भुगतान नहीं दिया जा रहा है। अफसरों को यह परेशानी बता चुके है। मगर हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
गोरीशंकर शिवहरे,किसान
वर्जन
पोर्टल बंद हो जाने के कारण 98 किसानों को गेंहू का भुगतान न मिलने संबंधी मामला जानकारी है। इसके लिए शासन को लिख दिया गया है। जल्द ही किसानों की यह परेशानी दूर हो जाएगी।
बसंत कुर्रे
कलेक्टर,श्योपुर
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