कराहल में एक बंगला बना न्यारा
श्योपुरPublished: Sep 21, 2019 11:52:41 am
– विधायक निधि से मिले पैसे को निकालकर हजम कर गया सचिव
कराहल में एक बंगला बना न्यारा
श्योपुर
जिले की कराहल तहसील में एक न्यारा बंगला बनाए जाने का मामला सामने आया है।विधायक निधि से स्वीकृत पैसों से इस बंगले का निर्माण होना था, लेकिन पंचायत सचिव ने बंगला बनाने आए पैसे को निकालकर हजम कर लिया और बंगला बना ही नहीं। यह करनामा ग्राम पंचायत कराहल के तत्कालीन प्रभारी सचिव परमार राठौर ने किया। जाटव मोहल्ले में जिस बंगले का निर्माण होना था। वह निर्माण जांच दल को मौके पर नहीं मिला है। गठित जांच कमेटी ने जांच कर प्रतिवेदन मुख्य कार्यपालन अधिकारी को सौंप दिया है।
उल्लेखनीय है कि जाटव बस्ती के रहवासियों द्वारा की गई शिकायत के बाद पत्रिका ने मामले को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके बाद जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्यामसुंदर भटनागर ने जांच दल गठित किया था। आरईएस के एसडीओ एचएल गुप्ता, पंचायत इंस्पेक्टर राजेंद्र गुप्ता, सब इंजीनियर ब्रजकिशोर तोमर व प्रभारी पंचायत सचिव संदीप तोमर को जांच का जिम्मा सौंपा। जांच दल ने मौके पर जाकर देखा तो सामने आया कि राशि आहरण के बाद भी मौके पर कुछ काम नहीं हुआ। ग्रामीणों की शिकायत सही पाए जाने पर जांच दल प्रतिवेदन बनाकर मुख्य कार्यपालन अधिकारी को कार्रवाई के लिए दे दिया है।
कराहल पंचायत का राठौर को मिला अतिरिक्त प्रभार
गोरस के पंचायत सचिव परमाल राठौर को कराहल पंचायत का अतिरिक्त प्रभार जिला पंचायत सीईओ के आदेश से फिर मिल गया है। जबकि बीते दो महीने पहले कराहल में प्रभारी पंचायत सचिव परमाल राठौर ने गड़बड़ी करते हुए वर्ष 2016 में कराहल की हरिजन बस्ती में बंगला निर्माण किए बिना ही विधायक निधि की राशि आहरण कर ली थी। वहीं तीन माह पहले पुरानी सड़कों का कार्य मिट्टी मोरम डालकर किए जाने की शिकायत सरपंच नन्दकिशोर आदिवासी ने जिला पंचायत सीईओ से कर कार्रवाई की मांग की थी। कराहल ग्राम पंचायत सचिव का अतिरिक्त प्रभार फिर से उसे दे दिया गया है।
वर्जन
सीईओ के निर्देश पर चार सदस्यीय दल ने जांच की। जिसमें पाया कि मौके पर बंगले का निर्माण नहीं किया गया। हमने प्रतिवेदन बनाकर जनपद सीईओ को प्रस्तुत कर दिया है। एचएल गुप्ता
एसडीओ, आरईएस कराहल