कलमी के ग्रामीणों ने अपने यहां होने वाले दूध को मंदिर पर एकत्रित करके उसकी खीर बनाई।
करीबन 30 क्विंटल दूध की खीर बनाकर रामदेवजी को भोग लगाया और श्रद्धालुओ को प्रसाद बांटा।
गिरधरपुर
ग्राम चकबमूलिया में भी रविवार को रामदेवजी का मेला आयोजित किया गया। जिसमें आसपास के गांवों के ग्रामीण बड़ी संख्या में पहुंचे। बताया गया है कि झरेर और लाडपुरा गांव के ग्रामीण पदयात्रा लेकर पहुंचे। दोनो गांवो से आई पदयात्राओं में शामिल पदयात्रियों ने झंडा चढ़ाकर पदयात्रा का समापन किया।
सोंईकलां,
कस्बे में स्थित रामदेवजी मंदिर पर रामदेव की जयंती धूमधाम के साथ मनाई गई। इस मौके पर यहां मंदिर पर विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जबकि अजापुरा के ग्रामीण गाजेबाजे के साथ पदयात्रा लेकर मंदिर पर पहुंचे। जहां ग्रामीणों ने मंदिर पर झंडा चढ़ाकर पदयात्रा का समापन किया। इसके पूर्व बांडीखेड़ा सहित अन्य कई गांवो से भी पदयात्राएं आई।