रघुनाथपुर के पंचायत भवन पर अशोक सिंह के नेतृत्व में 16 जनवरी से क्रमिक धरना शुरू किया गया। जब अफसरों ने सुनवाई न की तो फिर इस धरने को 19 जनवरी को अनशन में बदल दिया गया। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों का दल धरना दे रहे लोगों के बीच पहुंचा और उनसे मांगों पर चर्चा करते हुए धरना समाप्त कराने का प्रयास किया। लेकिन यह बात तब बिगड़ गई जब धरने पर बैठे लोगों के द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई तत्काल शुरू करने की मांग रखी और प्रशासनिक अधिकारियों ने इस पर आश्वासन तो दिया।
लेकिन कार्रवाई शुरू नहीं की। इसके बाद कई दफा बातचीत हुई। मगर अतिक्रमण के मुद्दे पर प्रशासनिक अधिकारी पीछे हटते हुए दिखाई दिए। मगर इसके बाद रविवार को जब दो लोगों की तबियत बिगड़ गई तब प्रशासन में हड़कंप पैदा हुआ और सोमवार को गांव में प्रशासनिक अमला जेसीबी के साथ पहुंचा और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी। विरोध को दरकिनार करते हुए अधिकारियों ने मुख्य रोड, इसके बाद मुख्य बाजार बरगद के पड़े तक और फिर वहां से पंचायत भवन रोड और गणेश बाजार का अतिक्रमण हटाया गया।इसदौरान करीब ४० लोगों का अतिक्रमण तोड़ा गया। इसके बाद अफसरों ने धरने पर बैठे लोगों से उनका धरना समाप्त करने को लेकर फिर से बात की।
बैंक प्रस्ताव भिजवाया, अस्पताल का शीघ्र शुरू होगा काम
धरने पर बैठे लोगों से बातचीत करते हुए अफसरों ने अस्पताल की मांग पर उन्हें बताया कि वह स्वीकृत है और उसका निर्माण शीघ्र शुरूक राए जाने का प्रस्ताव शासन को भिजवाया जा रहा है।इसके साथ ही बैंक शाखा खोलने के मुद्दे पर भी प्रस्ताव तैयार कर भिजवाए जाने की बात कही। बताया गया है कि प्रशासनिक अध्ािकारियों ने धरना दे रहे लोगों से बातचीत करते हुए चंबल नदी पर स्टापडैम रपटा निर्माण का प्रस्ताव तैयार कराए जाने का आश्वासन भी दिया गया है। हालांकि धरना समापन पर बैठे लोगों ने अभी आज यह कहते हुए निर्णय लेने से इंकार कर दिया कि पूरा अतिक्रमण हट जाएगा, इसके बाद ही धरना समाप्त होगा।
धरना दे रहे लोगों की मांग पर कार्रवाई करते हुए अतिक्रमण हटाए जाने की कार्रवाई की जा रही है।इसके बाद धरना दे रहे लोगों से पुन: वार्ता की जाएगी।
एनआर गौड़, एसडीएम विजयपुर