गोशाला संचालिका सोनी ने कहा कि भुगतान जिला पंचायत से आने के बाद भी हमें नहीं दिया जा रहा है जब भी राशि देने की बात करते हैं तो कहा जाता है पहले कमीशन उसके बाद पैसा मिलेगा। अगर सभी गौशालाओं की यही हालात रहे तो कोई भी न तो गोशालाओं की देखभाल करने तैयार होगा और न ही कोई उसमें पशुओं को अंदर करेगा। पंचायत अगर गोशाला संचालन का पैसा नहीं देगी तो प्रबंधन काम नहीं करेगा। गोशाला को राशि मुहैया कराने को लेकर जब जनपद पंचायत में अधिकारियों से पूछा जाता है वह कहते हैं राशि आजीविका मिशन से मिलेगी। आजीविका मिशन वाले कहते हैं जिला पंचायत से गोशाला प्रबंधन को राशि आई है वो सीधे जिले से पंचायतों के खाते में आई फिर भी गोशाला को राशि नहीं मिल रही।
अभी तक हम गोशाला में पैसा घर से लगाते चले आ रहे हैं। पंचायत के जिम्मेदार हमें पैसा नहीं दे रहे है। पैसा देने के एवज में कमीशन मांगा जाता है। अगर उनको पैसा ही नहीं देना है तो गोशाला हम क्यों चलाएं।
वंदना सोनी, संचालक गोशाला द्वितीय गसवानी
वंदना सोनी, संचालक गोशाला द्वितीय गसवानी
पता नहीं क्यों नहीं दे रहे पंचायत वाले राशि
जिले से राशि तो आ गई लेकिन पंचायत वाले क्यों नहीं दे रहे यह तो वो ही बता सकते हैं, इसमें हमारा कोई रोल नहीं है। गोशाला का पैसा सीधे पंचायत खाते में जाता है हमारे यहां नहीं आता ।
बृजेश शर्मा, समन्वयक, आजीविका मिशन खंड विजयपुर
जिले से राशि तो आ गई लेकिन पंचायत वाले क्यों नहीं दे रहे यह तो वो ही बता सकते हैं, इसमें हमारा कोई रोल नहीं है। गोशाला का पैसा सीधे पंचायत खाते में जाता है हमारे यहां नहीं आता ।
बृजेश शर्मा, समन्वयक, आजीविका मिशन खंड विजयपुर
पैसा अजीविका मिशन के यहां आया है
हमें तो यह बताया गया है कि गोशाला का पैसा पंचायत के बजाय आजीविका मिशन के यहां गया है वो ही पैसा देंगे ।
एसडीशर्मा, सीइओ प्रभारी जनपद पंचायत विजयपुर
हमें तो यह बताया गया है कि गोशाला का पैसा पंचायत के बजाय आजीविका मिशन के यहां गया है वो ही पैसा देंगे ।
एसडीशर्मा, सीइओ प्रभारी जनपद पंचायत विजयपुर