कुपोषण के खिलाफ आशा और सीएचओ बनेंगे स्वास्थ्य विभाग का हथियार
श्योपुरPublished: Oct 09, 2022 11:42:08 am
- 105 सब हेल्थ सेंटर पर पदस्थ सीएचओ और 803 आशा कार्यकर्ता को करेंगे चिन्हित
- कम वजन के बच्चे मिलने पर सीएचओ करेंगे उपचार


कुपोषण के खिलाफ आशा और सीएचओ बनेंगे स्वास्थ्य विभाग का हथियार
श्योपुर
स्वास्थ्य विभाग ने कुपोषण को चुनौती मानते हुए इसके खात्मे के लिए कई अभियान चलाने का प्लान तैयार किया है। विभाग कुपोषण को खत्म करने के लिए आशा कार्यकर्ता और सीएचओ को हथियार के रूप में इस्तेमाल करेगा। 105 सब हेल्थ सेंटर, 3 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र 11 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को 0 से 5 साल के बच्चों की जांच कर उनको चिन्हित करने की जिम्मेदारी दी है। इसमें अहम किरदार आशा कार्यकर्ता और सीएचओ निभाएंगे।
जिले में कुपोषण एक बड़ी समस्या है और जो आंकड़े सामने हैं, वे चिंतित करने वाले हैं। यही कारण है कि स्वास्थ्य विभाग ने इसे समस्या मानते हुए खात्मे पर फोकस करना शुरू कर दिया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.बीएल यादव ने आशा कार्यकर्ताओं को घर-घर जाकर बच्चों को चिहिन्त करने के निर्देश दिए हैं। कुपोषण के साथ एनीमिया को दूर करने के भी प्रयास हो रहे हैं।
बच्चों की पहचान, रेफरल एवं प्रबंधन
कुपोषित बच्चों में सामान्य बच्चों की तुलना में 9 से 11 गुणा मृत्यु का खतरा अधिक होता तथा पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों की लगभग 45 प्रतिशत मृत्यु में अति गंभीर कुपोषण एक कारक होता है। ऐसे में आशा कार्यकर्ता अति गंभीर कुपोषित बच्चों की पहचान, रेफरल एवं प्रबंधन का काम करेगी। समुदाय स्तर पर आशा द्वारा कम वजन वाले बच्चों की लाइनलिस्ट तैयार कर उसको स्वास्थ्य केन्द्र तक पहुंचाएगीं। सीएचओ जांच कर उनको उपचार मुहैया कराएंगे। बच्चों का होगा फॉलोअप
कुपोषित बच्चों का गुणवत्तापूर्ण उपचार सुनिश्चित कराया जाएगा। साथ ही बच्चों का फोआअप किया जाएगा। आशा कार्यकर्ता सप्ताह में बच्चों का वजन लेने गांव पहुंचेगीं। बच्चों की सूचना संबंधित सीएचओ को देकर उनका उपचार कराएंगी।
फैक्ट फाइल
150 सब हेल्थ सेंटर
103 सीएचओ
803 आशा कार्यकर्ता
3 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र
11 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र
इनका कहना है
कम वजन के बच्चों को चिन्हित करने का अभियान चलाया जाएगा। आशा कार्यकर्ता को इस काम में लगाया जाएगा। साथ ही सीएचओ चिन्हित बच्चों का उपचार करेंगे। कुपोषण खात्मे के लिए हमारा यह प्रयास कारगर साबित होगा।
डॉ.बीएल यादव
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, श्योपुर