ऑटोमेटिक मीटर रीडिंग (एएमआर) की मुख्य रूप से उपयोगिता बिजली उपभोग की निगरानी के द्वारा बड़े व्यय को कम करने की है। बताया गया है कि इस मीटर में मोडम सिस्टम लगेगा, साथ ही एक चिप लगेगी, जिसकी निगरानी न केवल श्योपुर कार्यालय में बैठे अधिकारी कर सकेंगे। बल्कि भोपाल, जबलपुर के अफसर भी कंप्यूटर पर ही संबंधित मीटर की रीडिंग देख सकेंगे। इससे वर्तमान उपभोग, कुल उपभोग के अलावा मीटर की स्थिति का भी पता लग जाएगा। बिजली चोरी रोकने की दिशा में भी यह सिस्टम काम करेगा। साथ ही मीटर में छेड़छाड़ भी रुकेगी।
-रीयल टाइम बिलिंग जानकारी मिलेगी।
-बिलिंग त्रुटियों और विवाद कम होंगे।
-बिलिंग रिकवरी भी तेज होगी।
-मीटर छेड़छाड़ और चोरी पर अंकुश। एएमएआर मीटर लगाने की प्रक्रिया चल रही है, इसके तहत श्योपुर में भी 10 किलोवाट से अधिक क्षमता वाले कनेक्शनों में ये मीटर लगाए जाएंगे, जिसके लिए कार्यवाही शुरू कर दी है।
आरएस भदौरिया
सिटी प्रबंधक, बिजली कंपनी श्योपुर