दरअसल श्योपुर के एसबीआई ब्रांच के मैनेजर ने 10 जून को पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि गोल्ड लोन लॉकर से 101 पैकेट सोने के जेवर गायब हैं। बैंक में चोरी की शिकायत को लेकर पुलिस तुरंत हरकत में आ गई और मामले की जांच शुरू कर दी गई।
पुलिस को हुआ शक
बैंक के कैशियर राजीव पर हुआ शक जांच के दौरान ही पूछताछ में पुलिस को बैंक के कैशियर राजीव पर शक हो गया। इसके बाद जब और गहनता से छानबीन की गई तो पता चला कि बैंक कैशियर राजीव ने ही अपने दो और साथियों के साथ मिलकर चोरी की इस वारदात को अंजाम दिया था।
3 किलोग्राम सोना बरामद
पुलिस छोटी-छोटी कड़ियों को जोड़ कर पहले कैशियर फिर उसके दोस्त नवीन और उसकी महिला मित्र ज्योति तक पहुंच गई जिससे पूरे मामले का खुलासा हो गया। पुलिस ने दावा किया कि कैशियर का साथी नवीन उसके साथ मिलकर चोरी के सोने को अब तक 26 बार फर्जी तरीके से लोन के नाम पर देकर पैसा ले चुका था। पुलिस ने चोरी के इस मामले में तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों से 3 किलोग्राम सोना और 11 लाख रुपए भी बरामद कर लिए हैं।