scriptबाइक-ट्रक की भिड़ंत,तीन की मौत,घंटेभर न पुलिस पहुंची,न एंबुलेंस,लगाया जाम | Bike truck raid, three died, no police arrived for hours, no ambulance | Patrika News

बाइक-ट्रक की भिड़ंत,तीन की मौत,घंटेभर न पुलिस पहुंची,न एंबुलेंस,लगाया जाम

locationश्योपुरPublished: May 25, 2019 08:27:15 pm

Submitted by:

Laxmi Narayan

-श्योपुर-सवाईमाधोपुर हाइवे पर दांतरदा के पास हुआ हादसा -सूचना देने के बाद भी पुलिस और एंबुलेंस के नहीं आने से भड़का लोगों का आक्रोश

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दांतरदा/श्योपुर
श्योपुर-सवाईमाधोपुर हाइवे पर दांतरदा के पास शनिवार दोपहर 12 बजे के आसपास बाइक और ट्रक की भिड़ंत हो गई। जबरदस्त हुईइस भिड़ंत में बाइक सवार तीन युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। खास बात यह हैकि हादसे की सूचना देने के बाद भी घंटेभर तक घटनास्थल पर न तो पुलिस पहुंची और न ही डायल 100 और 108 एंबुलेंस आई। ऐसे में आक्रोशित लोगों ने हाइवे को जाम कर दिया। घंटेभर तक लगा रहा यह जाम तब खुला,जब मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों शवों को उठाकर डायल 100 गाड़ी की मदद से जिला अस्पताल भिजवाया।हादसे को अंजाम देने वाले ट्रक को सामरसा चौकी पुलिस ने जब्त कर लिया और मामला दर्जकर जांच पड़ताल शुरु कर दी है।
दांतरदा से घर लौट रहे थे बाइक सवार
पुलिस के मुताबिक मृतक लोकेन्द्र 28 वर्ष पुत्र सियाराम बैरवा, हेमराज 25 वर्ष पुत्र गोबरीलाल बैरवा निवासी बगवाड़ा और सुरेश 28 वर्ष पुत्र चेतराम बैरवा निवासी ददूनी आपस में दोस्त थे। ये तीनों शुक्रवार को घर से निकले थे और रात को रिश्तेदारी में दांतरदा कस्बे रुके। शनिवार को यह तीनो बाइक से वापस गांव लौट रहे थे। दांतरदा के नजदीक बनी पुलिया पर इनकी भिड़ंत सामने से आ रहे ट्रक से हो गई।
तीनो नहीं पहने थे हेलमेट,सिर में चोट आने से हुईमौत
ट्रक से भिड़ंत होने के बाद बाइक सवार तीनों युवक बाइक से उचटकर दूर जाकर गिरे। तीनों के सिर पर हेलमेट नहीं था। इसलिए तीनों को गिरने से सिर में गंभीर चोट आई। सिर में चोट लगने के कारण ही तीनों की मौत हुई।इसका पता पीएम के दौरान चला।
नहींआई पुलिस तो भड़का आक्रोश,लगाया जाम
एक तरफ घटनास्थल से दो किलोमीटर दूर सामरसा पुलिस चौकी स्थित है।वहीं दूसरी तरफ तीन किलोमीटर दूर स्थित भोगिका तिराहे पर डायल 100 के खड़े होने का प्वाइंट है। इसके बाद भी घंटेभर तक न तो पुलिस पहुंची और न ही डायल 100 गाड़ी आई। जबकि घटनास्थल पर मौजूद लोगों का कहना था कि हादसे की सूचना तत्काल की मोबाइल के जरिए पुलिस तक पहुंचा दी थी। सूचना देने के बाद भी पुलिस के देरी से आने के कारण आक्रोशित हुए लोगों ने हाइवे पर जाम लगा दिया। यहां देरी से पहुंंची पुलिस की झड़प लोगों से तब हो गई,जब पुलिस बिना साधन मौके पर पहुंची। लोगों का आक्रोश तब शांत हुआ,जब डायल 100 गाड़ी से पुलिस तीनों के शवों को उठाकर अस्पताल लाई
घर में इकलौता था लोकेन्द्र
हादसे में अपनी जान गंवाने वाला लोकेन्द्र बैरवा अपने घर का इकलौता बेटा था। बताया गया हैकि लोकेन्द्र के पिता की करीब 20 साल मौत हो गई। वह अपनी विधवा मां का बुढापे का इकलौता सहारा था। घर में लोकेन्द्र के अलावा उसकी मां और बहन ही है। बहन शादी के बाद ससुराल चली गई। अब लोकेन्द्र की मौत के बाद घर में विधवा मां के अलावा कोई नहीं है।
खास-खास
12 बजे हुआ हादसा
01-बजे पहुंची पुलिस
01 घंटे तक लगा रहा जाम
03-युवकों की हादसे में हुईमौत


वर्जन
नजदीक होने के बाद भी सामरसा चौकी पुलिस एक घंटे की देरी से पहुंची। जो पुलिस की अमानवीयता की पराकाष्ठा है। वाहनों से अवैध वसूली में लगी सामरसा चौकी के पूरे स्टॉफ पर इस अमानवीय कृत्य पर कार्रवाई होनी चाहिए।
रामलखन नापाखेड़ली,
भाजपा नेता,श्योपुर
वर्जन
जाम तो नहीं लगा। हादसे के बाद लोगो की भीड़ जरुर लग गई थी। पुलिस भी सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच गई थी। यदि लोग बता रहे है कि पुलिस देरी से पहुंची तो इसको दिखाएंगे।
पीएल कुर्वे
एएसपी,श्योपुर

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