इस अवसर पर मंदिरों में भी पुजारियों ने ही भगवान का अभिषेक, कलश पूजन आदि समपन्न कराए। वहीं समाज के लोगों ने अपने घरों में सजाए भगवान महावीर स्वामी के मंदिर के समक्ष भावपूजा, अर्चना व वीर प्रभू के भजनों को गाकर अपने हर्ष, उल्लास व धर्मनिष्ठता का परिचय दिया। इस दौरान जैन धर्मावलंबियों ने भगवान की विशेष पूजा अर्चना के साथ ही भगवान से विश्व कल्याण की कामना की।
इसके साथ ही समाज के लोगों ने अपने घरों के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए भगवान महावीर का जन्म कल्याणक मनाते हुए खुशी मनाई, इस दौरान थाली, झालर और घंटियां बजाई, वहीं जयघोष भी किया।