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नृत्य संगीत पर जम कर थिरके बच्चे बूढ़े और जवान

locationश्योपुरPublished: Aug 09, 2019 08:53:35 pm

Submitted by:

Anoop Bhargava

-आदिवासी समुदाय ने रैली निकालकर किया आदिवासी संस्कृति का प्रदर्शन- कराहल और श्योपुर मुख्यालय पर हुए आयोजन

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नृत्य संगीत पर जम कर थिरके बच्चे बूढ़े और जवान

श्योपुर/कराहल
विश्व आदिवासी दिवस पर पहली बार भव्य आयोजन के दौरान सहरिया संस्कृति की छठा नृत्य संगीत के जरिए देखने को मिली। कराहल के सीडब्ल्यूसी परिसर में मुख्य आयोजन हुआ। जहां आदिवासी छात्र-छात्राओं ने आदिवासी संस्कृति में लोकगीतों के माध्यम से समूह नृत्य किया। वहीं सहरिया परिवेश में सजे धजे आदिवासी समुदाय के युवा, युवतियां, पुरुष व महिलाओं ने राही नाच, दलदल घोड़ी, लंहगी नाच, तेजाजी जैसे लोक संस्कृति कार्यक्रमों की प्रस्तुति देकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। वहीं श्योपुर मुख्यालय पर वीरसावकर स्टेडियम में भी सांस्कृति कार्यक्रम का आयोजन हुआ। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष कविता मीणा थीं।
इससे पहले कराहल के पनबाडा तिराहे से सहरिया विकास परिषद ने रैली निकाली। जिसमें आदिवासी छात्र-छात्राएं डीजे की धुन पर थिरकते हुए चल रहे थे। रैली कराहल के मुख्य मार्गो से होती हुई। सीडब्ल्यूसी परिसर पहुंची। जहां रंगारंग कार्यक्रमों का दौर करीब साढ़े तीन घंटे तक चला। आयोजन के दौरान मां सरस्वती के पूजन के बाद बिरसा मुंडा की तस्वीर का पूजन किया गया।
कलेक्टर बोले..जागरूक होने की जरुरत
कलेक्टर बंसत कुर्रे ने कहा कि सहरिया समाज को जागरूक होने की जरूरत है। हम जागरूक होंगे तभी समाज को नई दिशा और दशा मिल सकेगी। इस अवसर पर सहरिया विकास परिषद के संयोजक मुकेश महलोत्रा ने कहा सहरिया समाज विकास की मुख्यधारा से जुड़ रहा है आज लोक कलाकारों के साथ बच्चों ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ हर्ष सिंह, कांग्रेस नेत्री दुर्गेश नंदनी, कराहल सरपंच नंदकिशोर आदिवासी, टुंडाराम आदिवासी ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम में बांट दिए बदबूदार खाने के पैकेट
विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर कराहल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान भोजन की व्यवस्था रखी गई थी। आदिम जाति कल्याण विभाग पर इसकी जिम्मेदारी थी। विभाग खाने के पांच हजार पैकेट मंगाए थे। लेकिन जब वह पैकेट वितरित किए गए तो उनमें बदबू आ रही थी। ऐसे में पैकेट का वितरण रोक दिया गया। जब इस बात की जानकारी जनपद सीईओ श्यामसुंदर भटनागर को लगी तो जनपद कराहल में तीन हजार पैकेट बनबाकर वितरित कराए गए।
पक्के भवन बनाने का प्रस्ताव भेजा है
कार्यक्रम के दौरान कलेक्टर बसंत कुर्रे ने बताया कि शासन को पक्के भवन बनाने का प्रस्ताव भेजा गया है। आदिवासी परिवार शासन की योजनाओं का लाभ जरुर लें। उन्होंनें कहा कि 16 अक्टूबर से 15 सितंबर तक वित्तीय साक्षरता की दिशा में शिविर आयोजित किए जाएंगे। जिसमें जनधन योजना में खाता खोलने आदि की सुविधा प्रदान की जाएगी।
श्योपुर कार्यक्रम में उपेक्षा का विरोध
श्योपुर मुख्यालय स्थित वीर सावरकर स्टेडियम पर आयोजित कार्यक्रम में आदिवासी समुदाय की उपेक्षा किए जाने को लेकर मध्यप्रदेश आदिवासी विकास परिषद ने विरोध दर्ज कराया है। परिषद के अध्यक्ष छोटेलाल सेमरिया का कहना है कि विश्व आदिवासी दिवस पर हुए कार्यक्रम में आदिवासियों की उपेक्षा की गई। कार्यक्रम में मंच पर एक भी आदिवासी समाज के मुखिया निर्वाचित जनप्रतिनिधि एवं सामाजिक संगठन के अध्यक्ष को नहीं बैठाया गया। इससे प्रतीत होता है कि सहायक आयुक्त आदिम जाति कल्याण विभाग जानबूझकर कर समाज का अपमान कर रहे हैं। विरोध करने वालों में आदिवासी महापंचायत 84 अध्यक्ष रामनाथ चौहान, जिला पंचायत सदस्य ममता गोरछिया, आदिवासी 84 महापंचायत सचिव सरबन लाल गोरछिया शामिल हैं।
प्रतिभावान छात्र-छात्राओं का किया सम्मान
बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त करने पर छात्रा ममता भिलाला, छात्र पवन गोरछिया, श्याम पलैया, रूपा टिग्गा, सोनू पटेलिया, छात्र सुखराम आदिवासी, नीरज आदिवासी, नीला भील, सुशीला पटेलिया को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

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