सीएम से मुलाकात में हुई बातचीत की जानकारी देते हुए संघर्ष समिति के अध्यक्ष ओमप्रकाश मीणा ने बताया कि धरने की समाप्ति पर निर्णय श्योपुर में मौजूद अन्य किसान साथियों से बातचीत बाद किया जाएगा। यहां बता दें कि श्योपुर के पटेल चौक पर ३५ गांव के किसानों द्वारा नवीन नहर की मांग को लेकर धरना दिया जा रहा है। अपनी मांग पूरी होने तक आरपार की लड़ाई का ऐलान करने वाले यह किसान पिछले दिनों कराहल में हुई मुलाकात में सीएम द्वारा दो जनवरी को भोपाल बुलाए जाने के परिणामस्वरूप मंगलवार को भोपाल पहुंचे। जहां किसान प्रतिनिधि मण्डल की सीएम शिवराज सिंह चौहान से रात आठ बजे सीएम हाउस में मुलाकात हो सकी। जहां पर सीएम ने किसानों से कहा कि सरकार किसानों को पानी की उपलब्धता कराना चाहती है और इसके लिए प्रयास भी कर रही है। मगर धरना जारी रखते हुए सरकार पर दबाव बनाकर अपनी बात को मनवाना उचित नहीं। इसलिए धरना समाप्त करो, खेतों तक पानी पहुंचाना हम सुनिश्चित करेंगे।
पीएस ने भी दिया नहर से पानी देने का आश्वासन
इससे पूर्व किसानों का प्रतिनिधि मण्डल जल संसाधन विभाग के प्रमुख सचिव राधेश्याम जुलानिया से मिला और उन्हें ३५ गांव के जल संकट की पूरी स्थिति को बताया और ग्रामीणों की मांग से अवगत कराते हुए समस्या के समाधान का आग्रह किया। प्रतिनिधि मण्डल के सदस्यों के अनुसार जल संसाधन विभाग के प्रमुख सचिव राधेश्याम जुलानिया द्वारा ग्रामीणों को सकारात्मक जबाव देते हुए नहर से पानी उपलब्ध कराए जाने का आश्वासन दिया और इस संबध में शीघ्र निर्देश जारी करने का विश्वास किसानों को दिलाया। जिससे सीएम से मिलने के प्रयास में जुटे किसानों को थोड़ी राहत मिली।
प्रशासन के सुझाव पर कम हुई प्रतिनिधिमण्डल की संख्या
बताया गया है कि सोमवार की देर रात भोपाल जाने से पूर्व किसानों का प्रतिनिधि मण्डल कलेक्टर से मिला और उनकी मुलाकात को लेकर समय आने के विषय में जानकारी ली।इसदौरान किसानों को प्रशासन द्वारा ६० किसानों की बजाय कम किसानों का प्रतिनिधि मण्डल लेकर जाने के लिए कहा। बताया गया है कि इसके बाद ६० में से किसानों ने आपसी सहमति से १५ सदस्यीय प्रतिनिधि मण्डल तैयार किया और उसे भोपाल के लिए रवाना किया गया।