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कलक्टर अंकल! जर्सी नहीं खरीद पाए तो मुझे स्कूल से निकाल दिया

locationश्योपुरPublished: Jan 22, 2019 08:24:30 pm

Submitted by:

jay singh gurjar

कलक्टर अंकल! जर्सी नहीं खरीद पाए तो मुझे स्कूल से निकाल दियाएक निजी स्कूल के 5वीं के छात्र ने अपने चचेरे भाई के साथ जनसुनवाई में पहुंचकर लगाई गुहार, जनसुनवाई में आए एक सैकड़ा से अधिक आवेदन

sheopur

कलक्टर अंकल! जर्सी नहीं खरीद पाए तो मुझे स्कूल से निकाल दिया

श्योपुर,
कलक्टर अंकल! मेरे पापा दिव्यांग है और हमारी आर्थिक स्थिति कमजोर हैं। इसीलिए मैं निजी स्कूल से जर्सी नहीं खरीद पाया तो स्कूल वालों ने मुझे निकाल दिया। अंकल, मैं पढऩा चाहता हूं, इसलिए आप मेरी सहायता कीजिए। कुछ इसी गुहार के साथ एक निजी स्कूल की 5वीं कक्षा का छात्र जनसुनवाई में पहुंचा और कलक्टर बसंत कुर्रे को अपनी पीड़ा बताई।
अपने चचेरे भाई के साथ जनसुनवाई में पहुंचे 10 वर्षीय छात्रा कान्हा गर्ग ने कलक्टर को बताया कि मेरे पिता दिव्यांग और मां का निधन हो चुका है। पिता ओछापुरा में रहते हैं और मैं यहां अपने चचेरे भाईयों के साथ रहकर एक निजी स्कूल में कक्षा 5वीं में पढ़ता हूं। हालांकि मेरे पिता जैसे तैसे निजी स्कूल की फीस भरते हैं, लेकिन बीते रोज स्कूल वालों ने ये कहकर निकाल दिया कि या तो स्कूल से जर्सी खरीदो या फिर कल से स्कूल मत आना है। छात्र कान्हा ने कहा कि मैं पढऩा चाहता हूं, लेकिन स्कूल वालों ने निकाल दिया, अब आप मेरी सहायता कीजिए। छात्र कान्हा ने बताया कि हमारे पास बीपीएल का राशनकार्ड भी है, लेकिन स्कूल वाले फीस माफ भी नहीं करते। छात्र की फरियाद सुनकर कलक्टर ने शिक्षा विभाग के अफसरों को बुलाया और कार्यवाही के निर्देश दिए।
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