मंदिर पुजारी मोहनदास के मुताबिक यह वारदात 24-25 सितंबर की दरमियानी रात की है। इस दौरान रात 10 बजे एक लडक़ा आया और बोला कि बाबा हम डकैत है। मुझे गोली लगी है और मै भूखा हूं। हमारे साथी बाहर बैठे है। इसके बाद उसके दो साथी मंदिर में आ गए। जिन्होंने कट्टा अड़ाकर दोनों साधु सहित मुझे मंदिर की एक कोठरी में बंद कर दिया। हमारे मोबाइल भी ले लिए। इसके बाद बदमाश दानपेटी तोडकऱ उसके अंदर रखी नकदी तथा हमारे मोबाइल और मोटरसाइकिल उठा ले गए। जिसका पता हमको तब चला, जब हम काफी देर बाद कोठरी के गेट तोडकऱ बाहर आए।
सात दिन में नहीं पकड़े गए बदमाश तो होगा थाने का घेराव: इस मामले को लेकर आसपास के 28 गांवों के ग्रामीणों की एक बैठक शनिवार को मंदिर परिसर में आयोजित हुई। बैठक में बड़ी संख्या में शामिल हुए ग्रामीणों ने कहा कि पहले भी इस तरह की घटना हो चुकी है।
उसमें भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।जबकि इस घटना में भी संदेही का नाम बताने के बाद भी पुलिस अभी तक कोई कार्रवाई नहीं कर सकी है। बैठक में ग्रामीणों ने सर्व सम्मति से तय किया सात दिन में पुलिस ने यदि घटना के अनुसार मामला दर्जकर आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया तो सात दिन बाद गसवानी थाने का घेराव करते हुए चक्काजाम भी किया जाएगा।
वैसे इस मामले में पुलिस अपने स्तर से कार्रवाई कर रही है। यदि ग्रामीण पुलिस को कार्रवाई में सहयोग करेंगे तो पुलिस जल्द ही बदमाशों का पता लगा लेगी। पीएल कुर्वे, एएसपी, श्योपुर