केस..1
विजयपुर जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत सारंगपुर में राजकुमारी पत्नी महेश शर्मा की किडनी की बीमारी के चलते अप्रैल 18 में मौत हो गई। लेकिन पंचायत ने मृत महिला से नरेगा में मजदूरी करवा ली। मजदूरी का पैसा आहरण कर लिया। राजकुमारी को 22 फरवरी 2019 में एक बार फिर मार दिया गया। लेकिन इस बार संबल योजना के पैसे हड़पने के लिए ऐसा किया गया। संबल हितग्राही की मृत्यु पर दो लाख पांच हजार रुपए शासन से अनुदान के तौर पर मिलते हैं। लेकिन यह पैसा हड़पने के लिए पत्नी के साथ पति को भी 28-9-2019 में मृत घोषित कर दिया।
केस-2
ग्राम पंचायत सिलपुरी में एक दर्जन मामलों में आधे अधूरे निर्माण कार्य को लेकर जनपद अध्यक्ष रामदासी आदिवासी ,जिला सदस्य शिकायत कर जांच करने की मांग कर चुके हैं, लेकिन अब तक जांच शुरू नहीं हो सकी है। जबकि शिकायती आवेदन कलेक्टर को दिया था । कलेक्टर ने जांच के लिए आज तक कोई टीम नहीं भेजी । पंचायत में एक दर्जन से अधिक निर्माण कार्यो में गड़बड़ी के मामलों की शिकायत हैं। ग्राम पंचायत सिलपुरी के बलिहारा में पुलिया को अधूरा छोड़ कर राशि तक का आहरण कर लिया गया है। इतना ही नहीं मूल्यांकन अधिकारी तक ने सभी कामों को क्लीन चिट दे दी।
केस-3
विजयपुर जनपद पंचायत की दो दर्जन से अधिक पंचायतों में मृत व्यक्तियों के नाम पर राशि का आहरण किया जा चुका है। इनकी शिकायत भी हुई, लेकिन कार्रवाई न होने से मामले ठंडे पड़ गए। जनपद पंचायत विजयपुर के सिमरई गांव में वर्ष 2010 में 10 लाख का गबन किया गया। यह सीसी रोड के नाम किया गया। इधर मृत व्यक्ति के नाम पर मजदूरी का भुगतान पंचायतों में सरपंच व सचिव कर लेते हैं। अधिकांश पंचायतों में मिलेंगे मृत व्यक्तियों के नाम राशि आहरण हुए हैं फिर चाहे वह श्यामपुर पंचायत , आरोदा पंचायत , गोपालपुर , बैनीपुरा , गोहटा , गसवानी , सहसराम , चिमलवानी , बडौदाकला , ऊपचा पंचायत हो। करीब दो दर्जन पंचायतों में इस तरह पैसों का आहरण किया गया है।
इनका कहना है
घटिया निर्माण और गड़बड़ी की शिकायत करने के बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही है। इसलिए न केवल सरपंच व सचिव बल्कि अफसर इन कामों में लिप्त हैं।
कविता मीणा
जिला पंचाायत अध्यक्ष, श्योपुर