मुकाबले में टॉस जीतकर पहले खेलते हुए डाबरसा की टीम ने निर्धारित 20 ओवर में 6 विकेट खोकर 146 रन बनाए। हालांकि डाबरसा के दो विकेट जल्दी गिर गए, लेकिन कप्तान दिव्यप्रताप सिंह ने शानदार 57 रन की पारी खेलकर न केवल टीम को उबारा बल्कि शानदार स्कोर खड़ा किया। जवाब में अंतिम ओवर तक चले रोमांचक मुकाबले में दिल्ली की टीम 131 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। आलराउंडर प्रदर्शन करने वाले दिव्यप्रताप सिंह को मेन ऑफ द मेच चुना गया। दिव्यप्रताप के प्रदर्शन पर अतिथियों सहित अन्य गणमान्य लोगों ने भी नगद पुरस्कार दिया।
विजेता टीम को मिला 81 हजार का पुरस्कार
फाइनल मुकाबले के बाद आयोजन कमेटी द्वारा पुरस्कार वितरण समारोह हुआ, जिसमें विजेता टीम को 81 हजार रुपए नगद और ट्रॉफी दी गई, जबकि उपविजेता टीम को 41 हजार रुपए नगद व ट्रॉफी प्रदान की गई। पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में विधायक बाबू जंडेल मौजूद रहे, जबकि अध्यक्षता पूर्व विधायक सत्यभानु सिंह चौहान ने की। वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में जिपं अध्यक्ष कविता मीणा, जिला खेल अधिकारी अरुण सिंह चौहान, आयोजन क्लब के संरक्षक भूपेंद्र सिंह तोमर, भीमसेन शर्मा, संजीव कुशवाह आदि मौजूद रहे।
फाइनल मुकाबले के बाद आयोजन कमेटी द्वारा पुरस्कार वितरण समारोह हुआ, जिसमें विजेता टीम को 81 हजार रुपए नगद और ट्रॉफी दी गई, जबकि उपविजेता टीम को 41 हजार रुपए नगद व ट्रॉफी प्रदान की गई। पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में विधायक बाबू जंडेल मौजूद रहे, जबकि अध्यक्षता पूर्व विधायक सत्यभानु सिंह चौहान ने की। वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में जिपं अध्यक्ष कविता मीणा, जिला खेल अधिकारी अरुण सिंह चौहान, आयोजन क्लब के संरक्षक भूपेंद्र सिंह तोमर, भीमसेन शर्मा, संजीव कुशवाह आदि मौजूद रहे।
डाबरसा जीतते ही नाचे विधायक
समापन समारोह में मुख्य अतिथि रहे विधायक जंडेल भी मुकाबले में डाबरसा की जीत पर अपनी खुशी नहीं छिपा पाए और नाच उठे। मैच के अंतिम ओवर में जैसे ही दिल्ली का अंतिम विकेट गिरा वैसे ही पैवेलियन में बैठे जंडेल नाचने लगे।
समापन समारोह में मुख्य अतिथि रहे विधायक जंडेल भी मुकाबले में डाबरसा की जीत पर अपनी खुशी नहीं छिपा पाए और नाच उठे। मैच के अंतिम ओवर में जैसे ही दिल्ली का अंतिम विकेट गिरा वैसे ही पैवेलियन में बैठे जंडेल नाचने लगे।