अपनों की मौत फिर भी नहीं मिला संबल
- नगर परिषद बड़ौदा के अफसर बरत रहे लापरवाही
श्योपुर
Published: April 23, 2022 11:26:07 am
बड़ौदा
अपनों के खोने का दर्द लिए परिजन पिछले एक साल छह माह से बिलख रहे हैं। ऐसे में उनके आंसू सोखने की योजना संबल भी सहायता का मरहम नहीं लगा पा रही है। आपदा अनुग्रह अनुदान राशि के लिए परिजन संबल के भरोसे बैठे हैं, लेकिन संबल के इंतजार के सिवाए कुछ नहीं मिल पा रहा है। हम यहां बात कर रहे हैं आपदा और हादसे में जान गंवाने वालों के परिवारों की। हादसे में अन्य प्राकृतिक आपदा में मृत लोगों के लिए सरकार संबल योजना के तहत अनुग्रह सहायता राशि देती है, लेकिन बड़ौदा में कई परिवार ऐसे हैं जिनको योजना का लाभ नहीं मिल सका है।
नगर परिषद बड़ौदा के अफसरों की लापरवाही के चलते संबल योजना में आवेदन करने के बाद भी प्रकरण पेंडिग पड़े हैं। नगर परिषद में 22 प्रकरण पेंडिंग हैं। संबल योजना में मृत्यु उपरांत परिवार को 2 लाख रुपए की सहायता दी जाती है। लेकिन नगर परिषद बड़ौदा में एक वर्ष 6 माह से अधिक समय बीत जाने के बाद गरीब परिवारों को सहायता राशि नहीं मिल पाई है। पीडि़त सीएमओ ताराचंद धूलिया को कई बार अवगत करा चुके हैं, लेकिन सहायता राशि अब तक नहीं मिली है। जबकि 90 दिन में हितग्राहियों को संबल योजना के तहत सहायता राशि मिल जाना चाहिए। वहीं नगर परिषद के प्रशासक एसडीएम लोकेन्द्र सरल हैं इसके बाद भी पीडि़त संबल का इंतजार कर रहे हैं।
जनसुनवाई में दे चुके हैं आवेदन
संबल का लाभ नहीं मिलने पर पीडि़त जनसुनवाई में भी गुहार लगा चुके हैं। कलेक्ट्रेट के कई चक्कर लगाने के बाद भी संबल नहीं मिला। पूर्व पार्षद दीपकराज वाल्मीकि ने कहा कि पीडि़तों को एक साल छह माह बाद भी योजना का लाभ नहीं मिला है। दीपकराज ने कलेक्टर ने मांग की है कि हितग्राहियों को जल्द लाभ दिलवाएं

अपनों की मौत फिर भी नहीं मिला संबल
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