script130 स्कूलों में बदलेगा पढ़ाई का ढांचा,12वीं के शिक्षक भी पढ़ाएंगे प्रायमरी को | Elementary education will change in 130 schools, 12th teachers will al | Patrika News

130 स्कूलों में बदलेगा पढ़ाई का ढांचा,12वीं के शिक्षक भी पढ़ाएंगे प्रायमरी को

locationश्योपुरPublished: May 08, 2019 08:22:23 pm

Submitted by:

Laxmi Narayan

जुलाई से लागू होगी एक शाला एक परिसर की नई व्यवस्था

sheopur

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श्योपुर
जुलाई के महिने से जिले के 130 सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का पूरा ढांचा ही बदल जाएगा। इन पर अब नियंत्रण परिसर में स्थित सबसे बड़े स्कूल का होगा। पहले अलग-अलग स्कूल में प्रभारी हुआ करते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। क्योंकि अब एक शाला एक परिसर के तहत 130 सरकारी स्कूलों का आपस में विलय कर दिया गया है।इस नई व्यवस्था के तहत अब हायरसेकंडरी व हाईस्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षक भी प्रायमरी और मिडिल स्कूल में पढ़ा सकेगे।
शिक्षा विभाग के अफसरों के मुताबिक अतिशेष शिक्षकों का बेहतर उपयोग करने, विषयवार शिक्षकों की उपयोगिता, शालाओं में उपलब्ध संसाधनों के बेहतर उपयोग और पढ़ाई-लिखाई पर प्रभावी निगरानी के उद्देश्य से “एक शाला-एक परिसरÓ की अवधारणा लागू कर दी गई है। यानी, एक परिसर में स्थित सभी शालाओं का विलय करते हुए “एक शाला-एक परिसर शालाÓ के रूप में संचालित की जाएगी। इस योजना से कोई भी स्कूल बंद नहीं किया जाएगा। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने जिले में 130 स्कूल चिन्हित किए हैं जो एक ही परिसर में हैं। प्राइमरी, मिडिल और हाईस्कूल व हायरसेकंडरी में अलग-अलग हेडमास्टर या प्राचार्य बना रखे हैं। यह लोग पढ़ाई की जगह दूसरे कार्य करते थे। यानी स्कूलों की व्यवस्था संभालने और डाक देना, बैठकों में जाना। इससे पढ़ाई पर प्रभाव पड़ रहा था। इसलिए अब सबसे बड़ा स्कूल जो भी होगा, वहां पदस्थ सीनियर व्यक्ति को ही प्रभारी बनाया जाएगा।
स्कूल का एक ही टाइम टेबल होगा
बताया गया हैकि ‘एक शाला-एक परिसरÓ में स्कूलों के संचालन के लिए एकीकृत टाइम टेबल और प्रबंधन समिति होगी। प्रारंभिक रूप से पूर्व में पदस्थ शिक्षकों का स्थानांतरण नहीं किया जाएगा। शाला प्राचार्य के पद तथा अधिकारों को और अधिक सुदृढ़ किया जाएगा।
श्योपुर के 77 और विजयपुर के 53 स्कूलों का चयन
एक शाला-एक परिसर के तहत श्योपुर ब्लाक के 77 और विजयपुर ब्लॉक के 53 सरकारी स्कूलों का चयन किया गया है। जिसमें प्रायमरी,मिडिल,हाईस्कूल और हायरसेकंडरी स्कूल शामिल है।
सुधरेगी शिक्षक-छात्र अनुपात की स्थिति
जिले के कई सरकारी स्कूलों में छात्रों के मान से शिक्षकों की पदस्थी नहीं है। जबकि कुठ स्कूलों में शिक्षकों की पदस्थी छात्रो के मान से अधिक है। इस नई व्यवस्था से प्राइमरी स्कूलों में जो ज्यादा शिक्षक हैं, उनका उपयोग मिडिल स्कूल में किया जाएगा। वहीं मिडिल स्कूल के शिक्षक अन्य शालाओं में पढ़ा सकेंगे। जरुरत पडऩे हाईस्कूल व हायरसेकंडरी स्कूलों के शिक्षक भी प्रायमरी व मिडिल स्कूलों में बच्चों को पढ़ा सकेगे।
वर्जन
130 स्कूलों का चयन एक शाला-एक परिसर के तहत किया गया है। नई व्यवस्था के तहत स्कूलों का संचालन जुलाई से शुरु हो जाएगा।इसके लिए शासन के आदेशानुसार सभी तैयारियां कर ली गईहै।
वकील सिंह रावत
डीईओ,श्योपुर
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