संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सोमवार को किसानों का एक समूह हजारेश्वर पार्क में जुटा और यहां धरना प्रदर्शन किया। वहीं दूसरा समूह खातौली तिराहे पर जुटा और यहां से ट्रैक्टर रैली के माध्यम मंडी रोड होते हुए शहर में आए। इस दौरान हजारेश्वर पार्क के किसान भी बायपास रोड पर पहुंचे और यहां से दोनों समूहों के किसानों ने बाइक रैली और टै्रक्टर रैली के माध्यम से बायपास होते हुए कलेक्ट्रेट की ओर कूच किया, लेकिन कलेक्ट्रेट पहुंचने से पहले पुलिस ने स्टेडियम के बाहर रोक लिया और ट्रैक्टर और बाइकों को स्टेडियम में ही रखने की बात कही। इस पर किसान भी ट्रैक्टरों से ही कलेक्ट्रेट जाने पर अड़ गए, जिस पर पुलिस और किसानों में तीखी बहस और नोकझोंक भी हुई। यही नहीं किसानों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। काफी समझाइश के बाद मामला शांत हुआ और किसानों ने अपने टे्रक्टर व बाइकें स्टेडियम में रखी और यहां से पैदल मार्च करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे।
कलेक्ट्रेट का घेराव कर, एक घंटे तक दिया धरना
पैदल मार्च करते हुए पहुंचे किसानों ने कलेक्ट्रेट का घेराव किया और एक घंटे तक कलेक्ट्रेट गेट पर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान किसानों ने जमकर नारेबाजी की और संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर बिजेंद्र सिंह यादव को दिया गया, जिसमें तीनों कृषि कानून वापस लेने, एमएसपी गारंटी कानून लागू करने सहित कई मांगें उठाई गई हैं। इसके बाद धरना दिया गया, लेकिन धरने की अनुमति नहीं होने से पुलिस अफसर किसानों को बार-बार हटने के लिए कहते रहे, वहीं पुलिस बल भी तैनात कर दिया और फायरब्रिगेड की गाड़ी भी बुला ली गई।