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श्योपुर

एफआइआर के विरोध में किसानों ने थाने का घेराव कर किया प्रदर्शन

चार दिन पहले श्योपुर-बारां इंटरस्टेट हाइवे पर चक्काजाम कर कृषि अध्यादेशों का विरोध करने वाले किसानों पर दर्ज की गई एफआईआर के विरोध में गुरुवार को क्षेत्र के किसानों ने बड़ौदा थाने का घेराव किया। हालांकि पुलिस ने थाने के गेट पर बेरीकेड्स लगाए हुए थे, लेकिन किसानों ने थाने में घुसने का भी प्रयास किया और लगभग आधा घंटे तक हंगामा किया।

श्योपुरSep 24, 2020 / 10:46 pm

rishi jaiswal

एफआइआर के विरोध में किसानों ने थाने का घेराव कर किया प्रदर्शन

एफआइआर के विरोध में किसानों ने थाने का घेराव कर किया प्रदर्शन

श्योपुर/ बड़ौदा. चार दिन पहले श्योपुर-बारां इंटरस्टेट हाइवे पर चक्काजाम कर कृषि अध्यादेशों का विरोध करने वाले किसानों पर दर्ज की गई एफआईआर के विरोध में गुरुवार को क्षेत्र के किसानों ने बड़ौदा थाने का घेराव किया। हालांकि पुलिस ने थाने के गेट पर बेरीकेड्स लगाए हुए थे, लेकिन किसानों ने थाने में घुसने का भी प्रयास किया और लगभग आधा घंटे तक हंगामा किया। किसानों का कहना था कि या तो एफआइआर वापस लो, या फिर हम सबको गिरफ्तार कर लो, हम जेल भरने को भी तैयार हैं। आधा घंटे की जद्दोजहद के बाद एसडीओपी ने 15 दिन का आश्वासन दिया, तब जाकर किसान पीछे हटे।
अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार किसान दोपहर 12 बजे से ही बड़ौदा मंडी प्रांगण में जुटने लगे। इस दौरान यहां किसान नेताओं ने संबोधन दिया और शासन-प्रशासन को आड़े हाथ लिया। किसानों ने कहा कि शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे किसानों पर प्रशासन ने एफआइआर दर्ज कर आवाज दबाने का प्रयास किया है, जो कतई बर्दाश्त नहीं होगा। लगभग तीन घंटे मंडी में महापंचायत के बाद किसान लगभग एक किलोमीटर पैदल रैली निकालते हुए बड़ौदा थाने पहुंचे। जहां पुलिस ने पहले से ही बेरीकेड्स लगाए हुए थे। हालांकि किसानों ने मुख्य गेट के अंदर थाना परिसर में घुसने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने रोक दिया। लगभग आधा घंटे तक थाने का घेराव और हो हल्ले के बाद किसानों ने एक ज्ञापन एसडीओपी राकेश व्यास को दिया, जिसमें एफआइआर वापिस लेने की मांग बुलंद की। साथ ही चेतावनी दी कि एफआइआर वापस नहीं ली गई तो जिले भर में आंदोलन होगा। प्रदर्शन के दौरान विधायक श्योपुर बाबू जंडेल, कांग्रेस जिलाध्यक्ष अतुल चौहान, कांग्रेस प्रदेश सचिवद्वय रामलखन हिरनीखेड़ा, योगेश जाट, किसान नेता अनिल सिंह, राधेश्याम मूंडला, जसवंत सिंह बछेरी, हरिसिंह जारेला, धमेंद्र मीणा चंद्रपुरा सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।
रोज सभाएं हो रही है, फिर तो मुख्यमंत्री पर भी करो एफआइआर
थाने पर प्रदर्शन के दौरान आधा घंटे तक एसडीओपी और किसानों में खूब बहस हुई। एसडीओपी व्यास ने कहा कि आपकी बात मैंं वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचा दूंगा, लेकिन किसान नहीं माने। किसानों का कहना था कि जब सब कुछ अनलॉक है तो फिर किसानों के शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने पर एफआइआर किसके दबाव में की गई। जबकि मुख्यमंत्री और मंत्री रोज सभाएं कर रहे हैं, ऐसे में मुख्यमंत्री पर भी एफआइआर करो। किसानों ने कहा कि आपके गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा कहते हैं कि मैं मास्क नहीं पहनूंगा और फिर दूसरे दिन माफी मांग लेते हैं। ऐसे में तो उन पर भी कार्रवाई हो। इस दौरान किसानों ने जमकर नारेबाजी की।
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