अफसरों से बोले किसान, सरकार ने पूरा नहीं किया कर्ज माफी का वादा
श्योपुर वीरपुर तहसील के थाना परिसर में आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में किसान सरकार से नाखुश नजर आए। प्रशासनिक अफसर और कांग्रेस के नेताओं के सामने किसानों ने कहा कि सरकार ने कर्जमाफी का जो वादा किया था वह अब तक पूरा नहीं हो सका है। अब और कब तक इंतजार किया जाए। प्रशासनिक अफसरों ने किसानों को भरोसा दिलाया कि जल्द ही प्रक्रिया पूरी कर माफी प्रकरणों का निपटारा होगा। शिविर के दौरान 205 आवेदन आए जिनमें से अधिकांश का मौके पर निराकरण किया गया। जिन आवेदनों का निराकरण मौके पर नहीं किया गया उनको संबंधित विभाग के अफसरों को सौंपकर जल्द निराकरण करने के निर्देश दिए गए। शिविर के दौरान मुक्तिधाम में लकड़ी की व्यवस्था करने की मांग ग्रामीणों ने की। इस पर वन विभाग ने लकड़ी उपलब्ध कराने से इनकार कर दिया। इसके बाद कलेक्टर ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि उनकी समस्या का निराकरण किया जाएगा। पीएचई, विद्युत विभाग और सहकारिता के आवेदनों का निराकरण तत्काल किया गया। बीपीएल कार्ड फिर भी नहीं मिलता राशन कलेक्टर बंसत कुर्रे के सामने ग्रामीणों ने खाद्य विभाग की शिकायत की। ग्रामीणों ने कहा कि बीपीएल का राशन कार्ड होने के बाद भी राशन नहीं दिया जाता है। राशन की दुकान पर पहुंचते हैं तो बिना राशन दिए वापस कर दिया जाता है। किसानों ने जमीनों के बंटवारे को लेकर आवेदन दिए। शाम 5 बजे तक वीरपुर रूकने के बाद अफसर बस से वापस श्योपुर लौट आए। ओछापुरा में चौपाल लगाकर सुनी समस्याएं आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत सबसे पहले प्रशासनिक अफसर बस से ओछापुरा पहुंचे। यहां उन्होंने चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनी। कलेक्टर बसंत कुर्रे ने विकास कार्यों का निरीक्षण भी किया। शासकीय विद्यालय परिसर में चौपाल लगी। इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि पिछले दिनों ११ घरों में चोरी की वारदात हुईं। पुलिस चोरों की तलाश अब तक नहीं कर सकी है। ग्रामीणों ने कलेक्टर से मांग की कि चोरी की वारदातों का जल्द खुलासा किया जाए। अतिवृष्टि से खराब फसल का मुआवजा जल्द देने की मांग क्षेत्र में बारिश से हुए नुकसान का मुआवजा देने का आवेदन देकर किसानों ने कहा कि साहब हमारी तिल्ली, बाजरे की फसल पूरी तरह खराब हो गई है। जिसका सर्वे जल्द कराकर मुआवजा दिया जाए। स्कूल भवन जर्जर, हादसे की आशंका ग्रामीणों ने कलेक्टर बसंत कुर्रे को बताया कि बालक प्राथमिक विद्यालय का भवन जर्जर हो चुका है। वह कभी भी गिर सकता है। जिससे हादसा होने की आशंका है। भवन निर्माण की मंजूरी दी जाए, जिससे बच्चे भयमुक्त होकर पढ़ाई कर सकें। महिलाएं बोलीं..नहीं मिलते 1000 रुपए चौपाल में पहुंची महिलाओं ने शिकायत करते हुए कहा कि हम आदिवासी महिलाओं को पोषण आहार के 1000 रुपए नहीं मिलते। हमारे बीपीएल कार्ड भी नहीं मिलते। आईडी भी गलत है उसमें भी कोई सुधार नहीं किया जा रहा। आंगनबाड़ी केन्द्र की कार्यकर्ता नियमित नहीं आती। आदिवासी महिलाओं की समस्या सुन कलेक्टर कुर्रे ने पंचायत सचिव को फटकार लगाते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए।