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धधकती धरा में खाक हो रही मेहनत दमकलों में नहीं बचा दम

locationश्योपुरPublished: May 17, 2022 07:40:31 pm

Submitted by:

Anoop Bhargava

ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों में बढऩे लगी अग्निकांड की घटनाएं, किसानों की लाखों की फसलें हो रही स्वाह- भिण्ड में 22 अग्निशामक वाहन में 07 खराब हालत में

धधकती धरा में खाक हो रही मेहनत दमकलों में नहीं बचा दम

धधकती धरा में खाक हो रही मेहनत दमकलों में नहीं बचा दम

ऋषि कुमार जायसवाल
ग्वालियर. संभाग के जिलों में बढ़ते तापमान के कारण होने वाली अग्निकांड की घटनाओं को रोकने में नगर पालिका नाकाम साबित हो रही है। खेतों में खड़ी किसानों की मेहनत उनकी आंखों के सामने ही स्वाह हो रही है। जिलों में बढ़ते अग्निकांड को रोकने में नपा की दमकल गाडिय़ों की सांस फूल रही है। जिम्मेदारों की अनदेखी के कारण ज्यादातर जिलों की दमकल गाडिय़ां खराब पड़ी हैं। दतिया और मुरैना में अग्निकांड से सबसे ज्यादा किसानों को नुकसान पहुंचा है।
दमकल नहीं पहुंची, दो की मौत, लाखों की हानि
भिण्ड जिले में आग लगने की घटनाओं पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से खरीदे गए 22 अग्निशामक वाहनों में से 07 खराब हालत में हैं। मार्च से अब तक 70 दिनों में भिण्ड जिले के कस्बाई इलाकों के अलावा ग्रामीण अंचल में आग लगने की 16 घटनाएं हो चुकी हैं। समय पर दमकल नहीं पहुंचने के चलते लोगों को नुकसान उठाना पड़ा है। शहर के गांधी मार्केट पर 27 अप्रेल की सुबह मिष्ठान कारखाने में गैस सिलेंडर फटने से लगी आग में झुलसकर दो लोगों की मौत भी हो चुकी है।
ये है अग्निशामक वाहनों की स्थिति
उल्लेखनीय है कि करीब 50 हजार आवास एवं दो लाख से ज्यादा की आबादी वाले भिण्ड शहर के लिए महज तीन फायर बिग्रेड हैं। इनमें से एक खराब हालत में पड़ी है। इसी प्रकार मेहगांव में 02 में से एक दमकल खराब स्थिति में है। इतना ही नहीं गोहद में तीन अग्निशामक वाहनों में से 02 फायर बिग्रेड खराब हैं। वहीं मालनपुर की 05 दमकलों में से 02 खराब पड़ी हुई हैं। छह अग्निशामक वाहन आग बुझाने में सक्षम नहीं हैं। आग लगने पर लोगों को अपने स्तर पर प्रयास करने पड़ रहे हैं।
आंखों के सामने जल गई फसलें
डबरा तहसील में 8 अप्रैल को चीनोर क्षेत्र के भदेश्वर, सिर सुला, दौलतपुर, बरगवां, इटमा गांव में अग्रिकांड की घटना से 2000 बीघा में खड़ी गेहूं की फसल जल गई थी। डबरा की खराब होने और भितरवार से भी फायर ब्रिगेड नहीं पहुंचने से नुकसान ज्यादा हो गया। कलेक्टर के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट पहुंचे थे, जिसमें लाखों रुपए की फसल जल गई थी। समस्या का समाधान नहीं हो सका।
संभाग के अन्य जिलों के भी बुरे हाल
ग्वालियर संभाग के शिवपुरी, दतिया, श्योपुर और मुरैना में भी दमकल वाहनों की स्थिति खराब है। शिवपुरी में 4 दमकल वाहनों में से 3 बेकार हैं। लिहाजा 1 ही गाड़ी पर सभी निर्भर करते हैं। सबसे ज्यादा अग्निकांड की घटनाएं दतिया में हुईं हैं, लेकिन यहां की स्थिति भी सभी जिलों की तरह खस्ताहाल है।
जिला दमकल गाडिय़ां खराब गाडिय़ां अग्निकांड
शिवपुरी 4 3 20
श्योपुर 7 1 10
दतिया 14 6 90
भिंड 22 7 16
मुरैना 5 1 50
डबरा 7 3 30
दमकल वाहनों की स्थिति से शासन को अवगत कराया जा रहा है। फायर ब्रिगेड की संख्या बढ़ाए जाने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं।
उदय सिंह सिकरवार, एसडीएम भिंड एवं अटेर

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