जहां जरुरी हो वहां काटे बिजली
एमडी सिंह ने बैठक के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि श्योपुर जिले वसूली में सबसे कमजोर है। हालांकि अभी कुछ सुधार हुआ है, लेकिन फिर भी बकाया बहुत है। उन्होंने कहा जहां कार्रवाई करने स्टॉफ जाता है वहां पहले समझाइश दें। जहां जरुरी हो वहां बिजली काटें। ट्रांसफार्मर उठाने की बात पर उन्होंने कहा कि जहां समझाइश देने के बाद भी बात नहीं बन रही है वहां एक्शन लेना भी जरुरी है। उन्होंने कहा कि यह सब कैसे करना है यह मैंने अफसरों को समझाया है। एमडी सिंह ने कहा कि हम बिजली खरीदते हैं इसलिए वसूली भी जरुरी है।
प्रभारी मंत्री के ट्रांसफार्मर न उठाने के निर्देश के सवाल पर बोले एमडी..नहीं जानकारी
एक ओर जहां जिले में ट्रांसफार्मर उठाए जाने को लेकर किसान रोष में है। वहीं शनिवार को हुए किसान सम्मेलन में प्रभारी मंत्री लाखन सिंह यादव ने ट्रांसफार्मर उठाए जाने की शिकायत मिलने पर कलेक्टर से डेढ़ माह तक ट्रांसफार्मर न उठाने के निर्देश दिए। इस मामले को लेकर जब एमडी सिंह ने सवाल किया तो उन्होंने कहा कि इसकी मुझे जानकारी नहीं है। लेकिन उन्होंने कहा कि जहां सख्ती की जरुरत पड़ेगी वहां हम करेंगे।
एमडी बोले..पहले बात करेंगे, जरुरत पडऩे पर एक्शन लेंगे
बिजली कंपनी के स्टाफ को बताया कि काम कैसे करना होगा। उन्होंने कहा कि मुश्किल हालात में बेहतर व्यवहार और संवाद से आप अच्छे परिणाम पा सकते हैं। यदि आप उत्तेजित होंगे तो विवाद की स्थिति निर्मित होना स्वाभाविक है। यह बात बिजली कंपनी के एमडी मनीष सिंह ने पत्रकारों से चर्चा में कही। हमने स्टाफ से कहा है कि लाइन लॉसेस कम करने के साथ वसूली पर फोकस किया जाए। बैठक के दौरान सामने आया कि कई जगह अच्छा काम हुआ है, जहां कमजोर काम हुआ वहां उसे बेहतर करने के निर्देश दिए हैं। राजस्व बढ़ाने के लिए लोगों से संवाद एवं बेहतर व्यवहार का सहारा लिया जाएगा। यदि फिर भी सुधार नहीं होता है तो हल्का दंड देना जरुरी हो जाता है।
विधायक बाबू जंडेल ने एमडी से की विभिन्न मुद्दों पर चर्चा
विधायक बाबू जंडेल ने विद्युत वितरण कंपनी के एमडी मनीष सिंह ने ट्रांसफार्मर उठाए जाने को लेकर चर्चा की। विधायक ने कहा कि अभी किसानों के ट्रांसफार्मर न उठाए जाएं। इसके साथ ही बड़ौदा एवं कराहल वितरण केन्द्र को उपसंभाग बनाने की मांग की गई। इस दौरान मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव रामलखन हिरनीखेड़ा, योगेश जाट भी मौजूद थे। उन्होंने एमडी को बताया कि जिला श्योपुर में दक्षिण संभाग के अंतर्गत आने वाले बड़ौदा वितरण केन्द्र में 12 नम्बर 33/11केवी विद्युत उपकेन्द्र है। व इन उपकेन्द्रों से संचालित होने वाले कृषि पंप फीडरों की संख्या 43 व घरेलू फीडरों की संख्या 12 है। उन्होंने मांग की कि बड़ौदा वितरण केन्द्र को शहरी व ग्रामीण में विभाजित करें।