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श्योपुर

सात साल बाद पांच तहसीलों की बारिश से तय होगी श्योपुर जिले की औसत बारिश

सात साल बाद पांच तहसीलों की बारिश से तय होगी श्योपुर जिले की औसत बारिशअभी महज तीन तहसीलों की बारिश से तय हो रही जिले की औसत बारिश, अब वीरपुर और बड़ौदा में भी लगेंगे वर्षामापी यंत्र

श्योपुरMay 21, 2019 / 09:01 pm

jay singh gurjar

sheopur

सात साल बाद पांच तहसीलों की बारिश से तय होगी श्योपुर जिले की औसत बारिश

श्योपुर,
आगामी एक जून से प्रारंभ होने वाले नए मानसूनी सीजन में होने वाली जिले की बारिश का औसत आंकड़ा अब पांचों तहसीलों की बारिश के आधार पर निकाला जाएगा। इसके लिए भू अभिलेख विभाग जल्द ही वीरपुर और बड़ौदा तहसील मुख्यालयों पर भी अपने वर्षामापी यंत्र लगाएगा, इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी है।
जिले में पांच तहसील होने के बावजूद अभी तक महज तीन तहसीलों की बारिश से ही औसत बारिश तय की जा रही थी। जिसके चलते ये औसत बारिश सटीक नहीं थी, क्योंकि इसमें वीरपुर और बड़ौदा तहसील क्षेत्र की बारिश नहीं जुड़ रही थी। इन दोनों तहसीलों में गठन के सात साल बाद भी वर्षामापी यंत्र नहीं है। यही वजह है कि भू अभिलेख विभाग ने इस बार से पांच तहसीलों में बारिश मापने का निर्णय लिया है, जिसके तहत वर्षामापी स्थापित किए जाएंगे। बताया गया है कि नागपुर से वर्षामापी यंत्र ग्वालियर आ गए हैं, जो जल्द ही श्योपुर लाकर वीरपुर व बड़ौदा में लगाए जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि 25 मई 1998 को श्योपुर को जिला बनाए जाने के बाद श्योपुर, कराहल और विजयपुर तीन तहसीलें निर्धारित की गई। हालांकि तत्समय शासन के नियमानुसार (तहसील मुख्यालयों पर वर्षामापी केंद्र) तीनों तहसीलों पर वर्षामापी यंत्र लगाए गए और इन्हीं तीनों तहसीलों की कुल वर्षा के आधार पर जिले की औसत बारिश का आंकड़ा 822 मिमी तय किया गया। लेकिन वर्ष 2011 में वीरपुर और बड़ौदा को भी नई तहसीलें बनाया गया, लेकिन यहां वर्षामापी नहीं लगाए गए, लिहाजा जिले की औसत बारिश पुरानी तीन तहसीलों से ही निकाली जा रही है।
वीरपुर और बड़ौदा की बारिश का भी होगा अलग रिकॉर्ड
भू अभिलेख विभाग द्वारा जिले की बड़ौदा और वीरपुर तहसीलों में वर्षामापी यंत्र लगाए जाने से इन दोनों तहसीलों की बारिश का अलग रिकॉर्ड रहेगा। इससे दोनों तहसीलों में बारिश की वास्तविक स्थिति सामने रहेगी तो इन क्षेत्र में सूखे, अल्पवर्ष या अतिवर्षा के आंकड़ों के आधार पर जो भी योजनाएं, मुआवजा आदि तय होंगे। अभी दोनों जगह वर्षामापी नहीं होने से यहां वर्षा का कोई रिकार्ड नहीं है, लिहाजा बड़ौदा तहसील की स्थिति जहां श्योपुर तहसील की बारिश पर निर्भर होती है, वहीं वीरपुर की स्थिति विजयपुर की बारिश पर निर्भर रहती है।
वीरपुर और बड़ौदा तहसील मुख्यालयों पर भी वर्षामापी लगाएंगे। दोनों जगह के लिए वर्षामापी यंत्र ग्वालियर रखे हैं, जिन्हें मंगवाया जाकर स्थापित किया जाएगा। इसके बाद जून माह से पांच तहसीलों की बारिश से जिले की औसत बारिश निकाली जाएगी।
अनिल शर्मा
अधीक्षक, भू अभिलेख श्योपुर

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