यह कार्रवाई मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी व अभिहित अधिकारी खाद्य एवं औषधि प्रशासन श्योपुर के कारण बताओ नोटिस का जबाव न देने पर भेजे गए प्रस्ताव पर हुई है। राजौरिया को निलंबित कर मुख्यालय कार्यालय उपसंचालक खाद्य एवं औषधि प्रशासन जिला भिण्ड अटैच किया गया है। वहीं इनकी जगह आनंद प्रकाश शर्मा खाद्य सुरक्षा अधिकारी ग्वालियर को जिला श्योपुर का कार्य भी संपादित करने के लिए निर्देशित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि खाद्य सुरक्षा अधिकारी गिरीश राजौरिया का अगस्त माह में एक डेयरी संचालक से पैसे लेनदेन करने का वीडियो वायरल हुआ था। इसके बाद से राजौरिया न तो कार्यालय में आमद दर्ज कराई और न ही किसी से कोई संपर्क स्थापित किया। पैसे लेनदेन का मामला प्रकाश में आने के बाद से ही राजौरिया गायब है।
डेयरी संचालक से पैसे लेनदेन का मामला सामने आने के बाद अभिहित अधिकारी खाद्य एवं औषधि प्रशासन जिला श्योपुर ने खाद्य सुरक्षा अधिकारी गिरीश राजौरिया को कारण बताओ नोटिस जारी किया। राजौरिया ने कारण बताओ नोटिस का न जबाव दिया और न ही कार्यालय में उपस्थित हुए साथ ही अन्य माध्यम से भी कार्यालय को कोई सूचना दी। लिहाजा अनुशासन प्राधिकारी एवं नियंत्रक खाद्य एवं औषधि प्रशासन रवीन्द्र सिंह ने इसे घोर लापरवाही एवं उदासीनता बरतने का मामला मानते हुए राजौरिया को निलंबित कर दिया।
नहीं हो पा रही सैंपलिंग
खाद्य सुरक्षा अधिकारी राजौरिया के गायब होने के बाद से जिले में खाद्य पदार्थों की सैंपलिंग का काम पूरी से ठप पड़ा हुआ है। अगस्त माह से खाद्य सुरक्षा अधिकारी गायब है। उसने अब तक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से भी कोई संपर्क नहीं किया है। बताते हैं कि राज्य स्तरीय लैब से जांच होकर आए सैंपल की रिपोर्ट भी उजागर नहीं हो सकी है। इससे मिलावटखोरों पर होने वाली कार्रवाई भी प्रभावित हो रही है।