हालांकि ग्रामीणों ने सीधे राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को पत्र लिखे, लेकिन उसके जवाब में भी लोक निर्माण विभाग ने कह दिया कि अभी सड़क स्वीकृत नहीं हो सकती, हम अगले बजट में बनवाएंगे। यही वजह है कि ग्रामीण स्वयं को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।
विजयपुर विकासखंड की ग्राम पंचायत काठौन के मजरा बंगा और बातेड़ के लिए लगभग साढ़े तीन किलोमीटर की सड़क कच्ची पड़ी है। जिसके लिए ग्रामीण वर्षों से मांग कर रहे हैं, लेकिन गत 18 जनवरी से तो गांव में प्रतिदिन धरना प्रदर्शन भी कर रहे हैं। गांव के लोग प्रतिदिन एकत्रित होते हैँ और बंगा चौक पर नारेबाजी, प्रदर्शन, भजन कीर्तन आदि करते हैं, लेकिन न तो कोई अफसर आया है और न ही कोई जनप्रतिनिधि। गांव के दीप सिंह जाटव सहित अन्य ग्रामीणों का कहना है कि ये सड़क नहीं होने से बारिश के मौसम में स्थिति और खराब हो जाती है, लेकिन हमारी कोई सुध लेने वाला नहीं है। ग्रामीणों ने आक्रोश भी जताया कि सड़क नहीं बनी तो आंदोलन तेज किया जाएगा।
पीडब्ल्यूडी ने कहा-ढाई करोड़ में बनेगी सड़क
सड़क की मांग को लेकर ग्रामीणों ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को पत्र लिखे, जिसके बाद राष्ट्रपति कार्यालय और पीएमओ से जवाब तलब हुआ। जिसके जवाब में लोक निर्माण विभाग द्वारा कलक्टर को बीते रोज भेजी जानकारी में बताया इन गांवों के लिए अभी कोई सड़क स्वीकृत नहीं है, लेकिन इस सड़क के निर्माण पर ढाई करोड़ रुपए का खर्च आएगा। प्रस्तावित मार्ग केा आगामी बजट में स्वीकृत कराने जल्द ही डीपीआर बनाकर भेजी जाएगी।
वर्जन
हमने इस सड़़क की डीपीआर तैयार करवा ली है, जल्द ही हम इसका प्रस्ताव शासन को भेज देंगे। जैसे ही सड़क स्वीकृत होगी, हम काम भी शुरू करवा देंगे।
पीके जैन
कार्यपालन यंत्री, पीडब्ल्यूडी श्योपुर