scriptश्योपुर में हार्टअटैक हुआ तो इलाज भगवान भरोसे | Heart attack in Sheopur, God trust | Patrika News

श्योपुर में हार्टअटैक हुआ तो इलाज भगवान भरोसे

locationश्योपुरPublished: May 28, 2019 08:24:09 pm

Submitted by:

Laxmi Narayan

-जिला अस्पताल में नहीं हार्टअटैक के मरीजों के इलाज की सुविधा-अब तक जिला अस्पताल में हार्टअटैक के कारण कईलोगों की हो चुकी है मौत -जिम्मेदारों का नहीं कोईध्यान

sheopur

sheopur

श्योपुर,
स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था के कारण सुर्खियों में रहने वाले श्योपुर के जिला अस्पताल में हार्ट अटैक के इलाज की कोई व्यवस्था नहीं है। जिले के सबसे बड़े अस्पताल में हार्ट अटैक से इलाज की व्यवस्था के नाम पर सिर्फ ईसीजी मशीन है। अब तक जिला अस्पताल में हार्टअटैक के कईमरीजों की मौत हो चुकी है।
पिछले दिनों हार्टअटैक के कारण एक मरीज की जिला अस्पताल में मौत हो गई। इस मामले को लेकर जिला अस्पताल में काफी हंगामा भी हुआ।इसके बाद भी जिम्मेदार जिला अस्पताल में हार्टअटैक के मरीजो के इलाज की सुविधा विकसित करने के लिए कोई ध्यान नहीं दे रहे है। ऐसे में जिला अस्पताल आने वाले हार्टअटैक के मरीजों का इलाज भगवानभरोसे बना हुआ है।
हर माह आते है हार्टअटैक के 10 से 15 मरीज
वैसे तो गर्मी की अपेक्षा सर्दियों में हार्ट के मरीजों को संख्या बढ़ जाती है। लेकिन इस समय भी जिला अस्पताल में हर माह 10 से 15 मरीज हार्ट अटैक के पहुंचते है। मगर जिला अस्पताल में हार्टअटैक से पीडि़त मरीजों के इलाज के लिए कोई सुविधा नहीं है।जिसकारण डॉक्टर ज्यादातर मरीजों को कोटा,जयपुर और ग्वालियर के लिए रैफर करते है।
लाखों खर्च,फिर भी आईसीयू दिखावा,जांच की सुविधाएं भी नहीं
लाखो रुपए खर्चकरने के बाद जिला अस्पताल में आईसीयू खोला गया।लेकिन मशीनों पर लाखों रुपए खर्चकरने के बाद भी आईसीयू ताले में बंद रहता है। गंभीर मरीज आने पर भी आईसीयू का ताला नहीं खुलता है।वहीं ईको कार्डियोंग्राफी,सीटी स्कैन जैसी जांच की सुविधाएं भी नहीं है। यहां हार्टअटैक के मरीजों को जिला अस्पताल में इलाज के नाम पर सिर्फ ईसीजी की व्यवस्था है। मगर इसकी कोईगारंटी नहीं है कि जिस समय ईसीजी की जरुरत पड़े,तब मशीन चालू मिले।क्योंकि पिछले दिनों एक हार्टअटैक के मरीज की ईसीजी करने के दौरान जांच मशीन गड़बड थी।
ये बोले नागरिक
हार्ट अटैक के इलाज की व्यवस्था का नहीं होना शासन की अनदेखी का परिचायक है। कई रोगी जिले में ऐसे होते हैं कि उन्हें समय पर इलाज मिल जाए तो उनकी जान बच सकती है। लेकिन बाहर ले जाते समय उनकी स्थिति खराब हो जाती है कुछ लोग रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं।
विवेक भारद्धाज,समाजसेवी
नए जमाने में सब कुछ तेजी से बदल रहा है। बदलाव की इस नई परंपरा में सबसे पहले स्वास्थ्य सेवा की बेहतरी होनी चाहिए लेकिन इस ओर पता नहीं क्यों जिम्मेवारों का ध्यान नहीं जा रहा है। जिला अस्पताल में हार्ट अटैक के इलाज की व्यवस्था होनी चाहिए।
नरेन्द्र शर्मा उप सरपंच बंधाली

ये बोले जिम्मेदार
जिला अस्पताल में हार्टअटैक के इलाज की सुविधा होनी चाहिए। इलाज की सुविधा शुरु होने में यहां जो कमियां आड़े आ रही है,उनके बारे में स्वास्थ्य विभाग के अफसरों से पता कर राज्य शासन के समक्ष रखेगे और कमियों को दूर करवाने का पूरा प्रयास करेगे।
बाबू जंडेल,विधायक श्योपुर
यहां सबसे ज्यादा डॉक्टरों की कमी है तथा जो डॉक्टर पदस्थ है,उनमें असुरक्षा का भाव है। सबसे पहले ये समस्याएं दूर होनी चाहिए।इसके लिए हम कई बार लिख भी चुके है।
डॉ एनसी गुप्ता,
सीएमएचओ,श्योपुर
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो