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श्योपुर

49 किलोमीटर की सडक़ में सैकड़ों गड्ढे

विजयपुर क्षेत्र के जीवनरेखा धोबनी-टेंटरा मार्ग खस्ताहालगत वर्ष टेंडर टर्मिनेंट होने के बाद नए सिरे से नहीं हो पाए टेंडरअफसर बोले-सितंबर में कराएंगे पेचवर्क के टेंडर

श्योपुरAug 21, 2019 / 09:43 pm

महेंद्र राजोरे

49 किलोमीटर की सडक़ में सैकड़ों गड्ढे

गड्ढों से भरी धोबनी-टेंटरा सडक़।

विजयपुर. धोबनी से टेंटरा तक की 49 किलोमीटर लंबी सडक़, लेकिन गड्ढे इतने कि गिनना भी मुश्किल। हालांकि सडक़ निर्माण के प्रयास भी हुए, लेकिन टेंडर टर्मिनेट होने के बाद पुन: कोई कार्यवाही नहीं हुई। अफसरों और नेताओं के वादों-दावों से परेशान अब क्षेत्र के वाशिंदों ने हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
विजयपुर क्षेत्र की जीवनरेखा कहे जाने वाले धोबनी-टेंटरा सडक़ मार्ग इन दिनों खस्ता हालत में है। वर्षों से असंख्य गड्ढों के बीच से गुजर रहे क्षेत्र के वाशिंदे अब आक्रोशित हैं। यही वजह है कि क्षेत्र के लोगों ने नेताओं और अफसरों की वादाखिलाफी से परेशान होकर हाइकोर्ट ग्वालियर में एक जनहित याचिका दायर की है, जिसमें 26 अगस्त को सुनवाई होगी, लेकिन विभागीय अफसर हैं कि सडक़ का नए सिरे से निर्माण कराना तो दूर अब पेचवर्क कराना भी भूल गए हैं। यही कारण है कि बारिश के सीजन में सडक़ अब सुगम सफर देने के बजाय हादसों का सबब बन रही है। यही नहीं सडक़ के गड्ढे वाहन चालकों को पीठ दर्द, कमर दर्द आदि की सौगात भी दे रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि 49 किलोमीटर लंबी टेंटरा-विजयपुर-धोबनी सडक़ विजयपुर क्षेत्र की जीवन रेखा है। ये सडक़ विजयपुर क्षेत्र को ग्वालियर, शिवपुरी, मुरैना, श्योपुर, सबलगढ़, वीरपुर आदि क्षेत्रों से जोड़ती है, साथ ही आधा सैकड़ा से अधिक गांवों का मुख्य मार्ग है।
ठेकेदार ने काम नहीं किया तो ठेका हो गया था निरस्त
वर्षों से जर्जर हाल में धोबनी-विजयपुर-टेंटरा सडक़ निर्माण के लिए एमपीआरडीसी (मध्यप्रदेश सडक़ विकास प्राधिकरण) द्वारा वर्ष 2018 की शुरुआत में 5 करोड़ 71 लाख 99 हजार रुपए का टेंडर कराया गया और ठेकेदार को 1 मार्च 2018 को वर्कऑर्डर भी जारी कर दिया। टेंडर के मुताबिक ठेकेदार को 31 अगस्त 2018 तक कार्य पूर्ण करना था, लेकिन ठेकेदार ने काम नहीं कराया, लिहाजा विभाग ने टेंडर टर्मिनेट कर दिया। जिसके बाद से अब लगभग एक साल बीत गया है, लेकिन सडक़ निर्माण तो दूर पेचवर्क भी नहीं हुआ है, जिसके कारण सडक़ दिनों दिन खतरनाक होती जा रही है।
टेलीफोन लाइन खोदने से गंभीर हो गई स्थिति
यूं तो सडक़ किनारे टेलीफोन आदि की लाइन लगाई जाती है, लेकिन धोबनी-टेंटरा मार्ग बारिश से पूर्व एक निजी संचार कंपनी ने अपनी लाइन बिछाने सडक़ में ही गड्ढे खोद दिए, जिसके चलते सडक़ में स्थिति और गंभीर हो गई है। बावजूद इसके एमपीआरडीसी ने संचार कंपनी पर कोई कार्यवाही नहीं की।
वर्जन
ये सडक़ अब नेशनल हाइवे में चली गई है, लिहाजा इसका विस्तृत प्रपोजल बन रहा है, लेकिन हम जल्द ही इसका पेचवर्क का काम कराएंगे, इसके लिए 4 सितंबर को टेंडर खोले जाएंगे। टेंडर होने के बाद धरातल पर काम कराया जाएगा।
आरसी मिश्रा, महाप्रबंधक, एमपीआरडीसी, ग्वालियर
ये बोले स्थानीय लोग…
सडक़ की हालत ऐसी हो गई है कि लगता ही नहीं कि ये स्टेट हाइवे है। इस सडक़ पर चलना किसी स्टंट से कम नहीं है, लेकिन न तो नेता ध्यान दे रहे और न ही अफसर।
सुधीर शर्मा, आरोदा
हम तो इस सडक़ की सूरत वर्षों से ऐसी ही देखते आए हैं। इसलिए अब तो उम्मीद भी छोड़ दी है कि कभी ये सडक़ भी बनेगी। नेता भी इस ओर ध्यान नहीं देते।
लक्ष्मीनारायण शिवहरे, विजयपुर
सडक़ को लेकर कई बार मांग उठा चुके हैं, लेकिन कोई ध्यान नहीं देता। नेताओं ने तो विजयपुर क्षेत्र को केवल वोट बैंक समझ रखा है, उन्हें मूलभूत सुविधाओं से कोई मतलब नहीं।
बाबूलाल शिवहरे, विजयपुर

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