हालांकि सत्यापन की प्रक्रिया 30 सितंबर तक चलेगी और अभी 83 फीसदी पंजीकृत श्रमिकों का सत्यापन हुआ है, लेकिन इतनी बढ़ी मात्रा में अपात्र पाए जाने से जाहिर है कि गत वर्ष आनन-फानन में अपात्र लोगों ने भी बड़ी संख्या में अपने पंजीयन करा लिए। बीते रोज श्रम विभाग के प्रमुख सचिव अशोक शाह ने सभी जिला कलेक्टरों को 30 सितंबर तक सत्यापन की कार्यवाही पूरी करने के निर्देश जारी किए हैं। जिसके बाद जिले में भी सत्यापन प्रक्रिया तेज हो गई है।
बताया गया है कि जिले में जनकल्याण संबल योजना 2018 अब नया सवेरा योजना में कुल 2 लाख 72 हजार 9 श्रमिकों के पंजीयन है। इसमें से अभी तक 2 लाख 29 हजार 349 के सत्यापन किए गए हैं। जिसमें से 48 हजार 309 श्रमिक अपात्र पाए गए हैं। अपात्र पाए गए श्रमिकों में कई तो आयकरदाता निकले हैं, जबकि अधिकांश के पास कृषि भूमि एक हेक्टेयर से भी ज्यादा है। बताया गया है कि सत्यापन के दौरान अपात्र पाए गए श्रमिकों की संख्या श्योपुर जनपद में ज्यादा है। श्योपुर जनपद के तहत 22 हजार 312, विजयपुर जनपद में 14610, कराहल जनपद में 10328, नगर परिषद विजयपुर में 826, श्योपुर नपा में 228 और बड़ौदा नगर परिषद में 5 श्रमिक अपात्र मिले हैं। बताया जा रहा है कि अपात्र पाए गए लोगों के नाम पोर्टल से हटाए जाएंगे।
जिले में अभी तक सत्यापन के बाद यूं पाए गए अपात्र
पंजीकृत श्रमिकों के सत्यापन में जो 48 हजार से अधिक अपात्र पाए गए हैं, 18020 कृषि भूमि एक हेक्टेयर से अधिक, उनमें 140 आयकरदाता, 6297 श्रमिक नहीं, 457 अन्य योजना में पंजीकृत, 3496 आयु 60 वर्ष से अधिक, 342 स्वयं के द्वारा निरस्त, 49 शिकायत के बाद निरस्त, 1535 शासकीय या निजी सेवा में, 564 स्वयं का कारोबार, 732 आयु 18 वर्ष से कम, 556 म़ृत्यु हो जाने के कारण, 5895 विस्थापित, 6328 गैर मौजूद, 2428 एक से अधिक आइडी, 1469 अध्ययनरत छात्र शामिल हैं।