अफ्रीकी देश नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका दोनों ही जगह से कूनो में चीते लाए जाने हैं, लिहाजा दोनों देशों के विशेषज्ञ यहां की तैयारियों का जायजा ले रहे हैं। इसी के तहत एक सप्ताह तक नामीबिया के विशेषज्ञ इलाय और बट ने कूनो में रहकर तैयारियों का जायजा लिया और कूनो के अमले को चीतों की बारीकियों से रूबरू कराया। बीते रोज ये दोनों विशेषज्ञ वापस लौट गए। अब दक्षिण अफ्रीका का चार सदस्यीय विशेषज्ञ दल 4 या 5 सितंबर को कूनो में आएगा।
भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून के डीन वाईवी झाला के साथ दक्षिण अफ्रीका की ये टीम कूनो में रहकर चीता प्रोजेक्ट की तैयारियों का जायजा लेगी, साथ ही बनाए गए विशेष बाड़े और कार्यों का निरीक्षण करेंगे। इसके साथ ही अफ्रीका के ये विशेषज्ञ स्थानीय अमले को चीतों के बारे में बताएंगे।
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शेष बचे दो तेंदुओं को देखने चेक किए जा रहे कैमरे
कूनो में चीतों के लिए बनाए गए विशेष बाड़े में घुसे 3 तेंदुओं में से एक तेंदुआ बीते रोज निकाले जाने के बाद शेष बचे 2 तेंदुओं को निकालने के लिए अभियान तेज कर दिया गया है।इसके लिए 100 ट्रैप कैमरों को चेक किया जा रहा है और तेंदुओं की लोकेशन देखी जा रही है, ताकि उन्हें बाड़े से निकालने के लिए उसी क्षेत्र में कवायद की जा सके। इससे पहले बीते रोज एक तेंदुओं को पिंजरे में पकड़ लिया गया और माधवन नेशनल पार्क में छोड़ दिया गया। डीएफओ कूनो पीके वर्मा ने बताया कि 3 में से एक तेंदुआ बाहर निकाल दिया है, अब 2 तेंदुए और होने की संभावना है, जिन्हें भी ट्रेस किया जा रहा है।
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