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पुराने स्टेशन को तोडकऱ बनेगा रेलवे यार्ड, बर्धा गांव के पास बनेगा मुख्य स्टेशन

locationश्योपुरPublished: Dec 06, 2019 11:30:31 pm

Submitted by:

Vivek Shrivastav

श्योपुर स्टेशन पर रेलवे के चीफ इंजीनियर की टीम कर गई साइड का निरीक्षण
 
 
 

पुराने स्टेशन को तोडकऱ बनेगा रेलवे यार्ड, बर्धा गांव के पास बनेगा मुख्य स्टेशन

पुराने स्टेशन को तोडकऱ बनेगा रेलवे यार्ड, बर्धा गांव के पास बनेगा मुख्य स्टेशन

श्योपुर. क्षेत्र के लिए महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट श्योपुर-ग्वालियर ब्रॉडगेज रेल लाइन को धरातल पर उतारने के लिए अब श्येापुर जिले में भी कवायद तेज हो गई है। इसके लिए जहां तीन दिन पूर्व जिले में शासन ने 38 गांवों में 100 हैक्टेयर जमीन आवंटन को मंजूरी दे दी है, वहीं बुधवार को इलाहाबाद से आए चीफ इंजीनियर और रेलवे कंस्ट्रक्शन के अन्य अफसरों ने श्योपुर स्टेशन का भ्रमण कर जगह देखी।
इस प्रोजेक्ट के तहत ब्रॉडगेज प्रोजेक्ट के तहत शहर के वर्तमान नैरोगेज रेलवे स्टेशन की जगह रेलवे यार्ड बनाया जाएगा, जबकि शहर के 10 किलोमीटर दूर बर्धा में ब्रॉडगेज लाइन का नया रेलवे स्टेशन बनेगा और यहीं से दूसरे चरण में प्रस्तावित दीगोद(कोटा) तक की बड़ी लाइन डाली जाएगी।

चीफ इंजीनियर (कंस्ट्रेशन) और उनकी टीम ने प्रोजेक्ट निर्माण के लिए श्योपुर में ऑफिस बनाने के लिए जगह का निरीक्षण किया, वहीं स्टेशन के साथ ही आसपास के क्षेत्र का भ्रमण कर जगह का जायजा लिया। साथ ही अधीनस्थों को निर्देशित किया कि प्रोजेक्ट के लिए जितनी जगह चाहिए, उसे चिह्नित किया जाए। बताया गया है कि इस ब्रॉडगेज प्रोजेक्ट में श्योपुर का रेलवे स्टेशन तो बर्धा के निकट बनेगा, लेकिन वर्तमान नैरोगेज स्टेशन केक्षेत्र में रेलवे यार्ड, लोको शेड, रनिंग रूम, ऑफिस, स्टॉफ क्वार्टर्स, रेलवे पुलिस थाना आदि बनाए जाएंगे। इसके लिए रेलवे की जो जमीन है, वो तो ली ही जाएगी, उसके अलावा भी जो अतिक्रमण स्थाई और अस्थाई होगा, उस पर कार्यवाही कर हटाया जाएगा।
38 गांव की 100 हेक्टेयर सरकारी जमीन आवंटन को मंजूरी

रेलवे द्वारा जहां प्रोजेक्ट निर्माण को लेकर कवायद की जा रही है, वहीं जिला प्रशासन द्वारा जमीन अधिग्रहण के लिए प्रक्रिया तेज कर दी है। विशेष बात यह है कि जिला प्रशासन द्वारा शासन को भेजे गए 38 गांव में 100.183 हेक्टेयर जमीन के प्रस्ताव को सरकार ने भी मंजूरी दे दी है। अब जिला प्रशासन से ये जमीन रेलवे को आवंटित कर दी जाएगी। वहीं दूसरी ओर शेष 6 गांवों में 14 हेक्टेयर शासकीय जमीन के नोईयत परिवर्तन की कार्यवाही होने के बाद शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा। इसके साथ ही निजी भूमि के अधिग्रहण की भी कार्यवाही चल रही है। जिसमें 38 गांव में 118 हेक्टेयर जमीन के लिए जल्द ही भूस्वामियों को सूचनापत्र जारी होंगे, वहीं 6 गांवों की 53 हेक्टेयर निजी भूमि के प्रकरण बनाए जा रहे हैं। बताया गया है कि कुल 44 गांवों की 171 हेक्टेयर निजी भूमि के लिए लगभग 100 करोड़ रुपए के मुआवजे की मांग जिला प्रशासन ने रेलवे से की है।

187 किलोमीटर लंबे रेल मार्ग पर बनेंगे 223 पुल


बताया गया है कि श्योपुर-ग्वालियर रूट पर इस प्रोजेक्ट में 187 किलोमीटर लंबे रेल मार्ग पर छोटे-बड़े 223 पुलों का निर्माण किया जाएगा। ये पुल नदी और नालों पर बनाए जाएंगे। इनमें से 42 बड़े पुल और 181 छोटे पुल-पुलिया बनाए जाएंगे। इसके अलावा 114 रेल क्रॉसिंग के नीचे और ऊपर पुल बनेंगे। इनमें से सात आरओबी बनेंगे।
…उधर बामौर के पास चल रहा है काम

बताया गया है कि मुरैना जिले में कुछ क्षेत्रों में जमीन अधिग्रहण का कार्यपूरा हो गया है, लिहाजा वहां बामौर के पास धरातल पर कार्य भी चल रहा है।
इलाहाबाद से चीफ इंजीनियर और उनकी टीम ने बीते रोज यहां श्योपुर पहुंचकर स्टेशन व आसपास के क्षेत्र का निरीक्षण किया है। साथ ही उनके आफिस बनाने की जगह देखी है और प्रस्तावित रेलवे यार्ड आदि की जगह का मुआयना किया है।
जयसिंह राजावत, स्टेशन अधीक्षक, रेलवे स्टेशन श्योपुर

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