पुलिस के मुताबिक यह घटना २७-२८ नवंबर की रात करीब दस बजे तब घटित हुई,जब पीडि़त युवती को गांव के ही बृजमोहन आदिवासी, राजू आदिवासी, जसवंत आदिवासी गुटखा खिलाने के बहाने गांव से बाहर जंगल में ले गए। जहां युवती के साथ बृजमोहन आदिवासी ने दुष्कर्म किया। जबकि जसवंत और नाबालिग राजू ने वहां रुककर पहरेदारी की। इसके बाद तीनों युवती को वहीं छोड़कर आ गए। किसी तरह घर पहुंची युवती ने अपनी विधवा मां को घटना बताई। मगर आरोपियों के डर से मां-बेटी ने थाने जाकर शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटाई।
बैंक गार्ड ने दिलाई हिम्मत तो एसपी को डाक से भेजी शिकायत
बताया गया है कि घटना के कुछ दिन बीतने के बाद पति की पेंशन लेने के लिए विधवा मां अपनी पीडि़त बेटी के साथ श्योपुर आई। जहां उसने पेंशन राशि निकालने के दौरान परिचित के बैंक गार्ड को पूरी घटना बताई। गार्ड ने उनको मामले की शिकायत पुलिस को करने की हिम्मत दिलाई। जिसके बाद दोनों मां-बेटी ने मामले की शिकायत डाक से एसपी को भेजी। शिकायत की जांच एसपी डॉ शिवदयाल सिंह ने एसडीओपी बड़ौदा से कराई। जांच में मामला सही मिलने पर पुलिस ने तीनों आरोपियों पर अपहरण,दुष्कर्म सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया।
मामला लगभग दब सा गया था। मगर पुलिस कप्तान के निर्देश पर शुरू की जांच में पूरा मामला सत्य मिला। जिसके बाद बरगवां थाने में मामला दर्ज करवाकर आरोपियों की तलाश करवाई जा रही है।
व्हीएस रघुवंशी , एसडीओपी,बड़ौदा