गांव में पीएम आवास में फर्जीवाड़ा होने का आरोप लगाते हुए जिला पंचायत रोड पर धरने पर बैठे विजयपुर की ग्राम पंचाय बड़ौदाकला के ग्रामीणों ने मंत्री का काफिला बीच में ही रोक लिया। हालांकि ग्रामीणों के धरने की सूचना पाकर पुलिस बल पहले ही पहुंच गया था, लेकिन मंत्री की गाड़ी भी धरनास्थल पर रुक गई। इस दौरान प्रभारी मंत्री यादव ने ग्रामीणों से आवेदन लिए, जिस पर ग्रामीणों ने बताया कि हमारी पंचायत में 296 आवासों की सूची है, जिसें पंचायत ने दो लोगों के सूची में नाम होने के बाद भी उनके आवास दूसरों को दे दिए। इसके साथ ही ग्रामीणों ने आवास के नाम पर पैसे लिए जाने की भी शिकायत की। प्रभारी मंत्री ने जांच का आश्वासन दिया।
प्रभारी मंत्री यादव जैसे ही कलेक्ट्रेट गेट पर पहुंचे, वहां रोते हुए ग्राम नागदा निवासी एक वृद्ध छोटेलाल सेन ने अपनी जमीन कब्जाने का आवेदन दिया। वृद्ध सेन को रोते देख प्रभारी मंत्री ने उन्हें गले से लगा लिया और समस्या पूछी। इस पर वृद्ध ने बताया कि मेरे मकान और जमीन पर वर्षों से दबंगों ने कब्जा किया हुआ है, लेकिन न तो पुलिस सुन रही है और न ही प्रशासन। यही नहीं कब्जा करने वाले भी भाजपा और कांग्रेस पार्टी के नेताओं के रिश्तेदार हैं। इसके बाद वृद्ध को पुलिस वहां से हटाकर ले गई।
प्रभारी मंत्री की गाड़ी में बैठे भाजपा विधायक
कलमी में गौशाला के भूमि पूजन कार्यक्रम के बाद श्योपुर तक भाजपा के विजयपुर से विधायक सीताराम आदिवासी प्रभारी मंत्री यादव की गाड़ी में बैठे नजर आए। जिसको लेकर राजनैतिक गलियारों में तमाम चर्चाएं रहीं। गाड़ी में श्योपुर विधायक बाबू जंडेल और कांग्रेस जिलाध्यक्ष बृजराज सिंह चौहान भी बैठे थे।