प्रस्ताव के मुताबिक शहर के आसपास के आधा दर्जन गांव शहर में शामिल हो जाएंगे। ऐसे में इन गांवों में ग्राम पंचायतों में सरपंची का चुनाव लडऩे वाले कुछ लोग अप्रत्यक्ष रूप से इस प्रस्ताव के विरोध में हैं। हालांकि जिला प्रशासन द्वारा जब प्रस्ताव का प्राथमिक प्रकाशन कर दावे-आपत्ति लिए गए थे, तब भी जैदा के कुछ लोगों ने अपनी आपत्ति दर्ज कराई, लेकिन प्रशासन ने ये आपत्ति खारिज कर प्रस्ताव शासन को भेज दिया। ऐसे में अब शहर सीमा वृद्धि होती है, ये गांव शहर में आ जाएंगे और सरपंच के चुनाव नहीं होंगे। बताया जा रहा है कि जैदा गांव के कुछ लोगों ने अपनी सरपंची चाह के मद्देनजर विधायक जंडेल के समक्ष आपत्ति दर्ज कराई कि जैदा को शहर सीमा में न लिया जाए। ग्रामीणों की मांग पर विधायक जंडेल ने भी नगरीय प्रशासन में जैदा को लेकर आपत्ति लगा दी। यही वजह है कि अब शहर सीमावृद्धि का पूरा प्रस्ताव ही अटकता नजर आ रहा है।
शहर के नजदीक बसे जिन गांवों को नगरीय सीमा में शामिल होने प्रस्ताव है,उनमें सलापुरा, बगवाज, इच्छापुरा, हसनपुर हवेली, जैदा, गुवाड़ी और मठेपुरा शामिल हैं। इन गांवो को शहर सीमा में शामिल करने के लिए जो सीमाएं प्रस्तावित की गई है,उनमें पूर्व में ईकों सेंटर, पश्चिम में कुहांजापुर रोड पुलिया, उत्तर में जाटखेड़ा हनुमान मंदिर के आगे १४ एल डिस्ट्रीब्यूटरी नहर और दक्षिण में किला सीप नदी की सीमा शामिल हैं। इन गांवों मेंं विकास और व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी अभी ग्राम पंचायतों के पास है। यही वजह है कि शहर से सटे हेाने के बाद भी नगरीय सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं।
अन्य गांव के लोग बोले-हमें तो शामिल करो
शासन के समक्ष लटके शहर सीमा वृद्धि प्रस्ताव को लेकर सलापुरा, बगवाज, हसनपुर हवेली जैसे सटे हुए गांवों के वाशिंदों का कहना है कि यदि जैदा वालों को सरपंच बनना है तो उन्हें बना दो, लेकिन हमारे गांवों को तो शहर में शामिल कर दिया जाए, ताकि यहां मूलभूत सुविधाओं में तो विकास हो। लोगों में इस बात को लेकर आक्रोश व्याप्त है कि चंद लोगों के विरोध के चलते हजारों लोगों की जनभावनाओं को दरकिनार किया जा रहा है।
शहर सीमा वृद्धि में विधायक ने आपत्ति लगा दी है, जिससे ये अटकता नजर आ रहा है। सीमा विस्तार के बाद यहां की आबादी एक लाख से ऊपर हो जाएगी और श्योपुर कई योजनाओं में शामिल हो जाएगा। क्योंकि अमृत योजना और स्मार्ट सिटी योजना जैसी योजनाएं अभी एक लाख से ऊपर वाले शहरों के लिए है।
दौलतराम गुप्ता
अध्यक्ष, नगरपालिका श्येापुर
नहीं ऐसी बात नहीं है, शहर की सीमावृद्धि होनी चाहिए, ताकि शहर का विकास हो। हां, जैदा के ग्रामीणों ने मेरे पास आपत्ति दर्ज कराई थी, जिस पर मैंने भी वहां केवल जैदा को शामिल किए जाने पर आपत्ति लगाई है। लेकिन मैं शहर की सीमा वृद्धि के पक्ष में हूं और इसके लिए मैं स्वयं जाकर नगरीय प्रशासन मंत्री से मिलंूगा।
बाबू जंडेल
विधायक, श्योपुर