दो दिन तक अपने रौद्र रूप में रही चंबल और पार्वती नदियां तो अब शांत हो गई है, लेकिन रविवार की अल सुबह से ही हो रही तेज बारिश से शहर सहित जिला तरबतर हो गया। जिससे जिले की नदियां उफान पर आ गई हैं। वहीं जंगल क्षेत्र में हुई बारिश के चलते गिरधरपुर के निकट सरारी नदी उफान पर आ गई, जिससे श्योपुर-ग्वालियर नैरोगेज टे्रक पानी में डूब गया। जिसके चलते श्योपुर से सबलगढ़ के लिए रवाना हुई दोपहर वाली टे्रन पुल तक तो पहुंच गई, लेकिन टे्रक में पानी ज्यादा होने के कारण वापिस लौटना पड़ा। दोपहर 3 बजे से ये ट्रेन साढ़े तीन घंटे तक गिरधरपुर स्टेशन पर फंसी रही और जब जलस्तर कम हुआ तब शाम साढ़े छह बजे ट्रेन रवाना हुई। उधर ग्वालियर से श्योपुर आ रही ट्रेन को भी खोजीपुरा तक लाया गया और शाम 7 बजे दोनों टे्रनों की क्रॉसिंग होने के बाद रात्रि 9 बजे ट्रेन श्योपुर पहुंची।
चौथे दिनबंद रहा श्योपुर-कोटा
यंू तो चंबल और पार्वती नदी का जलस्तर लगातार कम हो रहा है, लेकिन खातौली पुल पार्वती नदी में डूबा होने के कारण श्योपुर-कोटा मार्ग लगातार चौथे दिन भी बंद रहा। रविवार की शाम को भी पुल पर 2 फीट पानी रहा