जिला अस्पताल में डॉक्टरों के पास एन-95 मास्क नहीं
जिला अस्पताल में पदस्थ डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ व कर्मचारियों के पास एन 95 मास्क तक नहीं है। यहां आइसोलेशन वार्ड में दो संदिग्ध मरीज भर्ती हैं। इसके लिए पर्सनल प्रोटेक्शन किट भी पर्याप्त नहीं है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मुख्यालय से पर्सनल प्रोटेक्शन किट आ रही हैं।
सादा मास्क लगाकर कर रहे ड्यूटी
जिला अस्पताल में कोरोना वायरस वार्ड में दो संदिग्ध मरीज भर्ती है इसके बाद भी पैरामेडिकल स्टाफ, सुरक्षा कर्मियों को सादा मास्क लगाकर काम करना पड़ रहा है। एन 95 मास्क किसी भी कर्मचारी के पास नजर नहीं आ रहे हैं। बताते हैं कि अस्पताल में सादा मास्क भी कम पड़ गए हैं। ऐसे में आनन-फानन में मास्क सिलवाए जा रहे हैं। जिला अस्पताल प्रबंधन सुरक्षा कर्मियों और सफाई कर्मचारियों से काम तो ले रहा है लेकिन उनकी सुरक्षापर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
ये होना चाहिए इंतजाम
जिला अस्पताल में पीडि़तों को रखने के लिए वेंटीलेटर नहीं है। इसके अलावा आईसीयू भी होना चाहिए। इसका संचालन करने के लिए स्पेशलिस्ट चाहिए, लेकिन दोनों ही सुविधा नहीं है। ऐसे में इस बीमारी के संदिग्ध मामले सामने पर डॉक्टर सीधे उनका सामना करेंगे। वहीं मरीज को समय पर उपचार न मिलने से जान का जोखिम बना रहता है।
इनका कहना है
हमारे पास दो वेंटिलेटर हैं। इसके साथ ही आइसोलेशन वार्ड व क्वारेंटाइन वार्ड बनाया गया है। मरीजों की स्क्रीनिंग के लिए भी व्यवस्था की गई है। आवश्यकता पडऩे पर व्यवस्थाओं में इजाफा किया जाएगा।
डॉ.आरबी गोयल
सिविल सर्जन, जिला अस्पताल