एसडीएम ने जांच के दौरान विधायक सीताराम आदिवासी से भी चर्चा की। विधायक से एसडीएम को बताया कि एम्बुलेंस आने में देरी हुई। अस्पताल में उनके साथ किसी प्रकार का असम्मान एवं अभद्रव्यवहार नहीं किया गया। साथ ही विधायक ने यह भी कहा कि उनके किसी परिजन के साथ ऐसा हुआ हो तो इसकी मुझे जानकारी नहीं है। लिहाजा अनुविभागीय अधिकारी रुपेश उपाध्याय ने जिला अस्पताल को क्लीन चिट दे दी।
यह था मामला
जिला अस्पताल में विधायक की बेटी धोड़ाबाई आदिवासी को जब प्रसव के लिए परिजन अस्पताल लेकर पहुंचे तो उसे ऑपरेशन के लिए करीब 8 घंटे तक इंतजार करना पड़ा। जबकि निजी अस्पताल में सामान्य प्रसव हो गया। हालांकि सामान्य प्रसव के बाद नवजात बच्ची की हालात खराब होने पर उसे जिला अस्पताल के एसएनसीयू में भेजा गया था।
जहां सामान्य डिलीवरी हुई वहां भी की जांच
एसडीएम रुपेश उपाध्याय रामतलाई हनुमान मंदिर स्थित उस निजी अस्पताल पर भी जांच के लिए पहुंचे। जहां विधायक की बेटी का सामान्य प्रसव हुआ था। अग्रसेन अस्पताल के संचालक डॉ.महेश गुप्ता ने बताया कि 18 नवम्बर की रात 11.15 बजे विधायक की बेटी भर्ती हुई। इस दौरान परिजनों ने कोई भी जांच रिपोर्ट पेश नहीं की।
जांच के बाद सामने आया है कि अस्पताल में विधायक की बेटी धोड़ाबाई के इलाज में व परामर्श में कोई लापरवाही नहीं बरती गई है। विधायक ने भी उनके साथ किसी तरह के अभद्र व्यवहार से इनकार किया है।
रुपेश उपाध्याय
एसडीएम, श्योपुर