श्योपुर

नवजात की जान खतरे में, एसडीएम की रिपोर्ट में अस्पताल को क्लीन चिट

– मामला विधायक की बेटी की डिलीवरी के दौरान जिला अस्पताल में बरती गई लापरवाही का- एसडीएस ने अस्पताल पहुंचकर की जांच, अस्पताल प्रबंधन से तलब की रिपोर्ट- विधायक सीताराम बोले..एम्बुलेंस आने में हुई थी देरी, अस्पताल में नहीं हुआ असम्मान व्यवहार

श्योपुरNov 21, 2019 / 12:29 pm

Anoop Bhargava

नवजात की जान खतरे में, एसडीएम की रिपोर्ट में अस्पताल को क्लीन चिट

श्योपुर
जिला अस्पताल में विजयपुर से भाजपा विधायक सीताराम आदिवासी की बेटी धोड़ाबाई की डिलीवरी को लेकर बरती गई लापरवाही के मामले की जांच करने बुधवार को अनुविभागीय अधिकारी रुपेश उपाध्याय, तहसीलदार भरत नायक के साथ जिला अस्पताल पहुंचे। एसडीएम उपाध्याय को सिविल सर्जन डॉ.आरबी गोयल ने मामले से संबंधित रिपोर्ट सौंपी। इसके साथ ही एसडीएम ने ड्यूटी के दौरान मौजूद चिकित्सक, स्टाफ के बयान लिए।
एसडीएम उपाध्याय ने जांच कर रिपोर्ट कलेक्टर बसंत कुर्रे को सौंप दी। रिपोर्ट में अस्पताल को क्लीन चिट दी गई है। जबकि विधायक की बेटी धोड़ाबाई की नवजात बेटी की जान को खतरा बना हुआ है। नवजात जिला अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती है। अस्पताल प्रबंधन नवजात की हालत को देखते हुए उसे रैफर करने की बात परिजनों से कह चुके हैं।
एसडीएम ने जांच के दौरान विधायक सीताराम आदिवासी से भी चर्चा की। विधायक से एसडीएम को बताया कि एम्बुलेंस आने में देरी हुई। अस्पताल में उनके साथ किसी प्रकार का असम्मान एवं अभद्रव्यवहार नहीं किया गया। साथ ही विधायक ने यह भी कहा कि उनके किसी परिजन के साथ ऐसा हुआ हो तो इसकी मुझे जानकारी नहीं है। लिहाजा अनुविभागीय अधिकारी रुपेश उपाध्याय ने जिला अस्पताल को क्लीन चिट दे दी।
यह था मामला
जिला अस्पताल में विधायक की बेटी धोड़ाबाई आदिवासी को जब प्रसव के लिए परिजन अस्पताल लेकर पहुंचे तो उसे ऑपरेशन के लिए करीब 8 घंटे तक इंतजार करना पड़ा। जबकि निजी अस्पताल में सामान्य प्रसव हो गया। हालांकि सामान्य प्रसव के बाद नवजात बच्ची की हालात खराब होने पर उसे जिला अस्पताल के एसएनसीयू में भेजा गया था।
जहां सामान्य डिलीवरी हुई वहां भी की जांच
एसडीएम रुपेश उपाध्याय रामतलाई हनुमान मंदिर स्थित उस निजी अस्पताल पर भी जांच के लिए पहुंचे। जहां विधायक की बेटी का सामान्य प्रसव हुआ था। अग्रसेन अस्पताल के संचालक डॉ.महेश गुप्ता ने बताया कि 18 नवम्बर की रात 11.15 बजे विधायक की बेटी भर्ती हुई। इस दौरान परिजनों ने कोई भी जांच रिपोर्ट पेश नहीं की।
इनका कहना है
जांच के बाद सामने आया है कि अस्पताल में विधायक की बेटी धोड़ाबाई के इलाज में व परामर्श में कोई लापरवाही नहीं बरती गई है। विधायक ने भी उनके साथ किसी तरह के अभद्र व्यवहार से इनकार किया है।
रुपेश उपाध्याय
एसडीएम, श्योपुर
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