यहां बता दें कि मानपुर कस्बे में दो दशक पूर्व तक चंबल क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक संचालित थी, लेकिन बाद में उसे सोंईकला स्थित बैंक में सम्मलित कर दिया गया है। तब से लेकर आज तक यहां बैंक की कोई शाखा नहीं खुल पाई है। यही कारण है कि मानपुर सहित आसपास के गांव के लोगों को लेनदेन के लिए 35 किमी दूर श्योपुर जिला मुख्यालय पर आना पड़ता है। जिससे काफी परेशानी आती है और साथ ही लूटपाट जैसी घटनाओं का डर बना रहता है। बैंक मे पैसे जमा कराने की बात है तो सिर्फ आने जाने की परेशानी से जूझना पड़ता है। लेकिन जिला मुख्यालय से पैसे लाने मे अगर देरी हो गई तो फिर वाहन भी नहीं मिलते और अपने निजी वाहनों से ही इतनी दूर जान जोखिम मे डालकर आना पड़ता है और लूटपाट जैसी घटनाऐं होने का डर भी बना रहता है। हालांकि ग्रामीणों ने जिम्मेदार अधिकारियों से कई बार इस संबंध में मांग की है कि मानपुर में जल्द से जल्द बैंक खोली जाए, लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात वाला ही है।
ग्रामीणों ने सीएम को स्मरण कराई घोषणा
25 जून को ढोढर से श्योपुर तक रोड शो के दौरान मानपुर में हुई सभा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्रामीणों की मांग पर घोषणा की थी कि यहां बैंक खोली जाएगी। हालांकि इसके बाद लीड बैंक प्रशासन ने इस संबंध में प्रस्ताव भी भेजा, लेकिन अभी तक किसी भी बैंक की शाखा नहीं खुली है। जिसके चलते स्थानीय ग्रामीणों ने एक बार फिर पत्र लिखकर सीएम को अपनी घोषणा का स्मरण कराया है। ग्रामीणों का कहना है कि सीएम की घोषणानुरूप कस्बे में बैंक शाखा खोली जाए।