300 साल पुराने महादेव मंदिर पर जाने को नहीं रास्ता,दर्शनों के लिए कैसे पहुंचे
श्रद्धालु
श्योपुरPublished: Feb 20, 2020 08:11:59 pm
-सोंईकलां के प्राचीन सोडी महादेव मंदिर का मामला -प्राचीन मंदिर के एक तरफ नदी,तीनों तरफ हो रही खेती
300 साल पुराने महादेव मंदिर पर जाने को नहीं रास्ता,दर्शनों के लिए कैसे पहुंचे श्रद्धालु
सोंईकलां/श्योपुर
शिव और पार्वती के मिलन का त्योहार महाशिवरात्रि शुक्रवार 21 फरवरी को है। यही वजह है कि शुक्रवार को जिले सहित देशभर के शिव मंदिरों में पूजा अर्चना और दर्शनों के लिए शिव भक्तों की भीड़ जुटेगी। मगर सोंईकलां के प्राचीन सोंडी महादेव मंदिर पर शिवभक्त चाहकर भी नहीं पहुंच पाएंगे। क्योंकि इस प्राचीन मंदिर पर जाने के लिए कोई रास्ता ही नहीं है। पहले मंदिर के लिए जो रास्ता था,उसे अतिक्रमणकारियों ने कब्जा कर खेतो में मिला लिया। समय रहते जिले के अफसरों ने भी ध्यान नहीं दिया। ऐसे में मंदिर पर जाने के लिए रास्ता ही नहीं बचा।
ग्रामीण बताते है कि सोंडी महादेव मंदिर करीब 300 साल पुराना शिव मंदिर है। राजपुर की गढ़ी के समीप यह मंदिर सीप और अमराल नदी के संगम स्थल पर मौजूद है। ग्रामीण बताते है कि किसी समय यहां घनघोर जंगल हुआ करता था। मगर धीरे-धीरे कर जंगल खत्म हो गया और अतिक्रमणकारियों ने मंदिर के आसपास खाली पड़ी जमीन को कब्जा कर खेतो में तब्दील कर लिया। जबकि राजस्व विभाग के अफसर खामौश रहे। जिसकारण अतिक्रमणकारियों ने मंदिर पर जाने के लिए रास्ता भी नहीं छोड़ा है। वर्तमान में स्थिति यह है कि मंदिर के एक तरफ तो नदी बह रही है।जबकि तीनों तरफ फसल लहलहा रही है। ऐसे में मंदिर पर दर्शनों के लिए कहां होकर पहुंचा जाए। इसको लेकर श्रद्धालु परेशान बने है।जबकि मंदिर के लिए रास्ते की मांग कई बार क्षेत्र के ग्रामीण उठा चुके है। इसके बाद भी अफसरों की आंखे नहीं खुली।