प्रदेश में पहले नगरीय निकाय चुनाव समय पर नहीं हो पाए, लिहाजा श्योपुर की तीनों नगरीय निकायों में गत माह प्रशासक तैनात किए गए। अब यही स्थिति ग्राम पंचायतों में होने जा रही है। यूं तो जनवरी-फरवरी में पंचायत चुनाव हो जाने थे, लेकिन सरकार अभी चुनाव कराने के मूड में नहीं है। यही वजह है कि 11 मार्च को पंचायतों का कार्यकाल खत्म होगा, लिहाजा 12 मार्च से प्रशासक बनाए जाएंगे। जनपदों में पदस्थ एडीओ और पीसीओ को प्रशासक बनाया जाएगा। इस लिहाज से जिले में पदस्थ 22 एडीओ और पीसीओ को जिले की 225 ग्राम पंचायतों की जिम्मेदारी दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि एक एडीओ और पीसीओ के क्षेत्र में 8 से 10 पंचायतें रहती हैं। चूंकि श्योपुर में पद के अनुसार कम पीसीओ हैं, इसलिए कुछ के पास दूसरे सेक्टर का अतिरिक्त प्रभार भी है।
11 मार्च तक रहेगा कार्यकाल
वर्ष 2015 में जनवरी-फरवरी में प्रदेश भर में तीन चरणों में पंचायत चुनाव हुए थे। जिसमें श्योपुर में पहले चरण में ही चुनाव हो गए थे। लेकिन प्रदेश भर में पंचायतों का पहला अधिवेशन 11 मार्च को हुआ, लिहाजा प्रदेश भर में पंचायतों का कार्यकाल 11 मार्च तक माना जा रहा है। यही वजह है कि 12 मार्च से प्रशासक पंचायतों की जिम्मेदारी संभालेंगे।