हालांकि पहले ये व्यवस्था 25 नवंबर से प्रारंभ होनी थी, लेकिन अब एक दिसंबर से व्यवस्था शुरू हो जाएगी। अब आवेदक अपने घर या एमपी ऑनलाइन से जाकर से प्रक्रिया पूरी करनी होगी। नई व्यवस्था के तहत आवेदक पहले की तरह परिवहन विभाग की वेबसाइट पर आवेदन ऑनलाइन कर पसंदीदा समय लेगा। इसके बाद उस समय पर ऑनलाइन परीक्षा देकर उसे हाथों हाथ लर्निंग लाइसेंस मिल जाएगा। इसके बाद जब वह पक्का लाइसेंस के लिए आरटीओ जाएगा। तो उसके सभी दस्तावेजों का परिक्षण कर लिया जाएगा, जिससे किसी गड़बड़ी की आशंका नहीं रहेगी। बताया गया है कि जिले मेें वर्तमान में एक माह में लगभग 200 से 250 ड्रायविंग लाइसेंस बनते हैं।
अभी टेस्ट के लिए जाना पड़ता है कार्यालय
अभी आवेदक को परिवहन विभाग की वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होता है, जिसमें तय समय पर आरटीओ पहुंचने के बाद टेबलेट पर यह टेस्ट देना होता है। पास होने वाले आवेदक को आधे घंटे में लाइसेंस मिल जाता है। एक माह बाद वह पक्के लाइसेंस के लिए आवेदन कर ट्रायल देकर लाइसेंस बनवा सकता है।
ड्रायविंग लाइसेंस के लिए नई व्यवस्था शुरू हो रही है, जिसमें अब आवेदक का लर्निंग लाइसेंस घर बैठे ही बन जाएगा और उसके कार्यालय आने की आवश्यकता नहीं रहेगी।
एबी कैबरे, जिला परिवहन अधिकारी, श्योपुर
एबी कैबरे, जिला परिवहन अधिकारी, श्योपुर