बताया गया है कि गुरुवार को आईएसडीएस आयुक्त ने इस संंबंध में दिश निर्देश जारी किए हैं। जिसके मुताबिक प्रोटीन की पर्याय माने जाने वाली दाल को सहरिया परिवारों को दिया जाएगा, ताकि उनके खान-पान में प्रोटीन की पूर्ति हो और कुपोषण पर अंकुश लगे। विशेष बात यह है कि इस कार्यक्रम के लिए प्रदेश केवल दो ही क्षेत्र चुने गए हैं, जिसमें श्योपुर जिले का कराहल और खंडवा जिले का खालवा शामिल है। इसके तहत सहरिया परिवार के प्रति व्यक्ति एक किलो के मान से महज 10 रुपए किलो में दाल उपलब्ध कराई जाएगी। बाकी का खर्चा आईएसडीएस द्वारा वहन किया जाएगा। हालांकि अभी ये तय नहीं हुआ है कि दाल कौन सी होगी, लेकिन गुरुवार को इस संबंध में निर्देश मिलने के बाद विभागीय स्तर पर इस कार्यक्रम को धरातल पर उतारने की कवायद प्रारंभ हो गई है। बताया गया है कि जिले के कराहल विकासखंड में 18 हजार सहरिया परिवार हैं, जिन्हें इस कार्यक्रम का लाभ होगा। बताया गया है कि नवंबर माह के आंकड़ों के मुताबिक कराहल ब्लॉक में 5 हजार 806 बच्चे (4272 कम वजन और 1534 कम वजन के) कुपोषित हैं।
सहरिया परिवार के प्रति व्यक्ति को एक किलो के मान से दाल उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए विस्तृत दिशा निर्देश आने हैं, जिसके बाद आगे की प्रक्रिया होगी।
रतन सिंह गुंडिया, डीपीओ, आईसीडीएस श्योपुर
राममंदिर पर हुआ पौष बड़ा का आयोजन
श्योपुर. शहर के ऐतिहासिक किला परिसर स्थित श्री रामजानकी मंदिर में गुरुवार की शाम को पौषबड़ा महोत्सव मनाया गया। इस दौरान मंदिर में फूलबंगला सजाया गया और महाआरती की गई। इसके साथ ही शाम 5 बजे से प्रारंभ हुए पौषबड़ा वितरण में देर शाम तक बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और पोषबड़ा प्रसाद प्राप्त किया।
श्योपुर. शहर के ऐतिहासिक किला परिसर स्थित श्री रामजानकी मंदिर में गुरुवार की शाम को पौषबड़ा महोत्सव मनाया गया। इस दौरान मंदिर में फूलबंगला सजाया गया और महाआरती की गई। इसके साथ ही शाम 5 बजे से प्रारंभ हुए पौषबड़ा वितरण में देर शाम तक बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और पोषबड़ा प्रसाद प्राप्त किया।